शिक्षा का विकास तो हुआ मगर संस्कारों का निरंतर ह्रास हो रहा है जो चिंतनीय है- आचार्य सुभाष चंद्र डोभाल
टिहरी गढ़वाल 19 नवम्बर। ब्रह्मलीन शंकराचार्य स्वामी श्री माधवाश्रम महाराज जी के षष्ठम् निर्वाण महोत्सव के उपलक्ष में सनातन धर्म शक्ति पीठ दुर्गा मन्दिर में आयोजित श्रीमद्भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ के पाँचवें दिन कथा व्यास आचार्य सुभाष चन्द्र डोभाल ने कहा कि भगवान भक्तों पर कृपा करते हैं। भगवान ने गोकुल और वृन्दावन की धरती पर अनेक लीलाएं की और भक्तों पर कृपा की उन्होंने कहा कि जब-जब इस पृथ्वी पर धर्म की हानि होति है और अधर्म बढता है तब-तब प्रभु विविध रुपों में आकर धर्म की स्थापना करते हैं।
उन्होंने कहा कि त्रेतायुग में भगवान ने धर्म की रक्षा के राम अवतार लिया तो वहीं द्वापर में भगवान ने कृष्ण अवतार में आकर धर्म की रक्षा की। आचार्य व्यास जी ने कहा कि आज शिक्षा का विकास तो हो रहा है मगर संस्कारों का ह्रास भी हो रहा है जो चिंता का विषय है। हमें अपने बच्चों में संस्कार पैदा करने होंगे तभी सनातन धर्म की रक्षा हो सकेगी।
मंदिर के व्यवस्थापक राजेन्द्र चमोली जी ने कहा कि प्रति वर्ष ब्रह्मलीन शंकराचार्य स्वामी श्री मधवाश्रम महराज जी के निर्वाण दिवस पर श्रीमद्भागवत सप्ताह का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष भी 21 नवम्बर को संत सम्मेलन के साथ यह यज्ञ संपन्न होगा। जिसमें इस क्षेत्र के प्रसिद्ध विद्वान परम संत श्री बालकराम उनियाल जी का एवं ऋषिकेश से आये हुए अनेक संतो तथा विद्वानों का आशीर्वाद क्षेत्र की जनता को मिलेगा।
इस शुभ अवसर पर एल. पी पौरोहित, शैलेन्द्र मिश्रा, प्रेस क्लब नई टिहरी अध्यक्ष शशि भूषण भट्ट, पूर्व अध्यक्ष विक्रम विष्ट, प्रेसक्लब महासचिव गोविन्द सिंह पुंडीर, देवी प्रसाद रतूड़ी , सुरेन्द्र भट्ट, संप्रेक्षक मधुसूदन बहुगुणा, कोषाध्यक्ष धनपाल गुनसोला, सीताराम भट्ट, भगवान सिंह रावत, आचार्य केशव विजल्वाण, आचार्य आकाश डिमरी, आचार्य प्रवीण बेलवाल, रवि चमोली, वाचस्पति चमोली डॉ यूएस नेगी , कैलाश रमोला आदि उपस्थित थे।