अंतरराष्ट्रीय बाल दिवस पर ‘नशामुक्ति अन्मूलन एवं साइबर सेफ्टी’ विषय पर कार्यशाला आयोजित
टिहरी गढ़वाल 20 नवम्बर। आज 20 नवम्बर 2023 को अंतरराष्ट्रीय बाल दिवस के अवसर पर राज्य बाल सरक्षण आयोग की ओर से बहुद्देशीय भवन टिहरी गढ़वाल में ‘नशा मुक्ति अन्मूलन एवं साइबर सेफ्टी’ विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इस कार्यशाला में माननीय राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष श्रीमती डा0 गीता खना, सदस्य श्री विनोद कपरवाण, अनुसचिव श्री सतीश कुमार सिंह, अपर जिलाधिकारी टिहरी श्री के.के. मिश्रा, जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री शोएब हुसैन, विधिक अधिकारी श्री सुखदेव बहुगुणा, संरक्षण अधिकारी विनीता उनियाल, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष श्री रमेश चंद्र रतूड़ी, सहित विभिन्न विभागों के प्रतिनिधि NGOs आगनवाडी कार्यकत्रियां, सुपरबाजर तथा ग्राम स्तरीय समिति के प्रतिनिधि उपस्थिति थे।
इसके अतिरिक्त कार्यशाला में जनपद 3 चार बाल विधायक एवं BBS पब्लिक स्कूल, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज बोराडी, राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सहित विभिन्न इण्टर कालेजों के छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया।
कार्यशाला का उद्घाटन मुख्य अतिथि श्रीमती गीता खन्ना, विशिष्ट अतिथि श्री विनोद कपरवाण तथा अपर जिलाधिकारी श्री केके मिश्रा द्वारा दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया। मुख्य अतिथि महोदया ने अपने उद्बोधन में कहा कि बच्चों के समक्ष वर्तमान में मुख्य समस्या अकेलापन या एकांत अवस्था है। इससे निपटने हेतु पारिवारिक सहयोग, आत्म जागरूकता, तथा सामाजिक सहयोग की आवश्यकता है। बच्चों आर्टिफिशियल मित्र (Facebook friends न बनाकर वास्तविक मित्र बनाने चाहिए। बच्चों को अपने शारीरिक एवं हारमोनिक गुणों के अनुसार कार्य करने चाहिए। सदस्य श्री विनोद कपरवाण भी ने बच्चों को समझाया कि बच्चों को न केवल सोशल साइट्स और मोबाइल पर अपना समय व्यतीत करना चाहिए बल्कि खेल मैदान पर भी अपना समय व्यतीत करना चाहिए।
उप जिलाधिकारी ने कहा कि कि बच्चों में संचेतना की आवश्यकता है। आज न केवल बाहरी बल्कि आन्तरिक (मोबाइल के) खतरों से भी सचेत रहना होगा। उन्होंने बताया कि जनपद में नशा मुक्ति हेतु जिला टास्क फोर्स का गठन किया गया है। इसके अलावा स्कूल, कॉलेजों, गांवों आदि में सभाओं व जागरूकता कार्यक्रमों संचालन किया जा रहा है। जिला प्रोबेशन अधिकारी द्वारा विभिन्न विभागों से समन्वय बनाकर रोस्टर के अनुसार माहवार जनपद के विभिन्न क्षेत्रों विशेषकर संवेदनशील क्षेत्रों में कार्यक्रम, नुक्कड़ नाटक, कैंप आदि का आयोजन किया जा रहा है। प्रताप नगर में अफीम की खेती के लिये विशेष अभियान जिला चलाया गया है।