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हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज टिहरी को आईआईटी रुड़की का हिल कैंपस बनाने के बजाय मुद्दे को भटका रही सरकार-शांति भट्ट

हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज टिहरी को आईआईटी रुड़की का हिल कैंपस बनाने के बजाय मुद्दे को भटका रही सरकार-शांति भट्ट
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टिहरी गढ़वाल 9 मई 2024। शांति प्रसाद भट्ट प्रवक्ता  उत्तराखंड कांग्रेस और कुलदीप पंवार अध्यक्ष शहर कांग्रेस कमेटी टिहरी ने वर्तमान सरकार पर  टिहरी स्थित हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज का ठीक से रखरखाव नहीं करने का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा इस मुद्दे को अटका, लटका और भटका रही है। हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज टिहरी को आईआईटी रुड़की  का हिल कैंपस बनाने में भाजपा नेताओं की आपसी लड़ाई आड़े आ रही है।

नेता द्वय ने कहा कि विश्व और एशिया मे हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट के रूप में “टिहरी बांध परियोजना” को साकार रूप देने के बाद कांग्रेस की केंद्रीय सरकार ने उत्तराखंड के दिग्गज नेता पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत जी  व तत्कालीन कांग्रेस के स्थानीय विधायक और हम सभी साथियों के आग्रह पर और  यूपीए की चेयरपर्सन श्रीमती सोनिया गांधी जी की सलाह पर तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह जी ने  टिहरी जिले के भागीरथी पुरम ( डिबनू) मे “इंस्टीट्यूट ऑफ हाइड्रो इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी संस्थान की स्वीकृति दी थी और इस संस्थान का शिलान्यास केंद्रीय ऊर्जा मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने 12 जनवरी 2009 को किया था। संस्थान ने वर्ष 2011 में काम करना शुरू कर दिया था। इसमें निम्नलिखित पांच कोर्स B Tech mechanical, BTech Electronics and communication, , BTech Computer science, BTech Electrical ,BTech Civil संचालित है।

इस अभिनव प्रयास के सफल होने के बाद हम सभी स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मांग पर कांग्रेस आलाकमान इस संस्थान को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT Roorkee ) का हिल कैंपस बनाने को अग्रसर था और इस हेतु कांग्रेस की राज्य और केन्द्रीय सरकार पूरी तैयारी कर भी चुकी थी। किंतु दुर्भाग्य से केंद्र में कांग्रेस की सरकार नहीं रही और भाजपा सरकार केंद्र और राज्य मे पदारूढ हो गई। वर्तमान की धामी सरकार ने वही किया जैसा कि पूर्व की भाजपा सरकारें टिहरी के साथ सौतेला व्यवहार करती रही है।

पूर्व में कांग्रेस सरकार ने गोविंद बल्लभ पंत कृषि विश्वविद्यालय रानीचौरी परिसर (चंबा टिहरी) को पूर्ण विश्वविद्यालय का दर्जा देकर अध्यादेश भी जारी कर दिया था, किंतु पश्चातवर्ती भाजपा सरकार इसे समाप्त कर पौड़ी गढ़वाल के भरसार में स्थापित कर दिया। इसी प्रकार जब कांग्रेस सरकार ने  श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय (चम्बा ) टिहरी को स्थापित किया तब भाजपा ने इसका  कैपस ऋषिकेश बना दिया।

चुकीं हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज स्ववित्तपोषित संस्थान है, इसलिए भाजपा ने बड़ी चालाकी से इसे वर्ष 2023 में तकनीकी विश्वविद्यालय का कैंपस कॉलेज बना दिया, ताकी इसे भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी रुड़की) का हिल कैंपस न बनाना पड़े और इतिश्री हो जाए।

दूसरी तरफ़ टिहरी से कांग्रेस के तत्कालीन विधायक जो अब दलबदल कर भाजपा के विधायक है, वह मुख्यमंत्री, मंत्री को पाती लिख रहे है, जबकि मुख्यमंत्री जी पहले ही केंद्र सरकार को पाती लिख चुके है, पर हासिल कुछ नहीं हुआ है। अब तो टिहरी की जनता कहने लगीं है, कि मंत्री जी और मुख्यमंत्री जी अपने क्षेत्र में कहीं आईआईटी रुड़की का हिल कैंपस बनाना चाहते है, इसलिए जानबूझ टिहरी हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज को आई आई टी का हिल कैंपस बनाने के प्रकरण को  अटका लटका और भटका रहे है।


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Garhninad Desk

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