पंडित ललित मोहन शर्मा परिसर में उद्यमिता जागरूकता कार्यक्रम का सफल आयोजन
ऋषिकेश, 10 सितंबर 2024। श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के पंडित ललित मोहन शर्मा परिसर, ऋषिकेश में आज उद्यमिता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों में स्वरोजगार और व्यवसायिक कौशल को बढ़ावा देना था, जिसमें परिसर के 150 से अधिक छात्र-छात्राओं ने सक्रिय भागीदारी की।
कार्यक्रम का उद्घाटन परिसर निदेशक प्रोफेसर महावीर सिंह रावत, उद्यमिता एवं इनक्यूबेशन उत्कृष्टता केंद्र की निदेशक प्रोफेसर अनीता तोमर, विज्ञान संकाय अध्यक्ष प्रोफेसर गुलशन कुमार ढींगरा, वाणिज्य संकाय अध्यक्ष प्रोफेसर कंचन लता सिन्हा ने किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में देवभूमि उद्यमिता संस्थान, देहरादून से श्री अभिषेक रंजन एवं सुश्री रातुला दास उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत में प्रोफेसर अनीता तोमर ने ‘देवभूमि उद्यमिता योजना’ के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस योजना का उद्देश्य छात्रों को रोजगार सृजनकर्ता के रूप में तैयार करना है। प्रोफेसर तोमर ने कहा, “आज का समय आत्मनिर्भरता और नवाचार का है, और उद्यमिता केवल आर्थिक समृद्धि तक सीमित नहीं है बल्कि समाज के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।”
प्राचार्य प्रोफेसर महावीर सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश और देश में कई ऐसे उदाहरण हैं जिन्होंने अपनी नवाचारी सोच और दृढ़ इच्छाशक्ति से सफलता पाई है। उन्होंने कहा, “हमारे युवाओं में असीम संभावनाएँ हैं और अगर उन्हें सही मार्गदर्शन और संसाधन मिलें, तो वे महान उद्यमी बन सकते हैं।”
वहीं, प्रोफेसर गुलशन कुमार ढींगरा ने कहा कि उद्यमिता योजना के माध्यम से छात्रों को व्यवसायिक कौशल, वित्तीय प्रबंधन, और बाजार की मांग को समझने जैसी महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्रदान की जाएंगी।
मुख्य अतिथि श्री अभिषेक रंजन और सुश्री रातुला दास ने छात्रों को डिजिटल मार्केटिंग, ई-कॉमर्स, और आधुनिक व्यावसायिक कौशलों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दो दिवसीय स्टार्टअप बूट कैंप के दौरान छात्रों को व्यावसायिक योजना निर्माण, नेतृत्व कौशल और मार्केटिंग रणनीतियों पर विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा।
कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर अंजनी प्रसाद दुबे ने किया और धन्यवाद ज्ञापन फैकल्टी सदस्य द्वारा किया गया। कार्यक्रम में प्रोफेसर अरुणा पी सूत्रधार, प्रोफेसर नीता जोशी, डॉक्टर केदार बिष्ट समेत अन्य संकाय सदस्य भी उपस्थित रहे।