बीएसएफ की महिला टीम का ऐतिहासिक नौकायन अभियान शुरू: देवप्रयाग से गंगासागर तक स्वच्छ और अविरल गंगा का संदेश
टिहरी गढ़वाल, 2 नवंबर 2024 । स्वच्छ और अविरल गंगा तथा महिला सशक्तिकरण का संदेश लेकर बीएसएफ की महिला विंग और नमामि गंगे का 53 दिवसीय “ऑल वुमेन गंगा रिवर अभियान 2024” देवप्रयाग संगम से भव्य शुरुआत के साथ रवाना हुआ। इस साहसिक अभियान में 2,500 किलोमीटर की यात्रा शामिल है, जो देवप्रयाग से लेकर गंगासागर तक चलेगी। कार्यक्रम की शुरुआत में बीएसएफ के अधिकारियों ने 11 कन्याओं का पूजन किया, जो गंगा के प्रति श्रद्धा और सम्मान का प्रतीक है।
देवप्रयाग संगम पर बीएसएफ के आईजी राजा बाबू ने महिला सैन्य नौकायन अभियान को हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया। उन्होंने बताया कि यह भारत की पहली महिला टीम है जो इस तरह के साहसिक कार्यक्रम में भाग ले रही है। अभियान में बीएसएफ की 20 महिला जवानों की टीम शामिल है, जिन्हें इस चुनौतीपूर्ण यात्रा के लिए छह सप्ताह का विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। राजा बाबू ने गंगा को भारत की पवित्र धरोहर बताते हुए इसे स्वच्छ और अविरल बनाए रखने के संकल्प को दोहराया। उन्होंने उल्लेख किया कि 2015 में भी उन्होंने देवप्रयाग से आईटीबीपी का राफ्टिंग अभियान शुरू किया था, और अब उन्हें बीएसएफ की महिला राफ्टिंग टीम के साथ फिर से यह शुरुआत करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है।
इस साहसिक अभियान की नेतृत्वकर्ता, बीएसएफ सब-इंस्पेक्टर प्रिया मीना ने जानकारी दी कि देश की सीमाओं पर तैनात इन 20 महिलाओं का चयन कड़े प्रशिक्षण के बाद किया गया है। यह अभियान दो राफ्ट्स में आयोजित हो रहा है, जो गंगा के किनारे बसे 43 नगरों में स्वच्छता और अविरलता का संदेश नई पीढ़ी तक पहुंचाएगा। सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए डिप्टी कमांडेंट मनोज सुंदरियाल की अगुवाई में एक अलग टीम भी इस यात्रा में साथ चलेगी।
इस शुभ अवसर पर श्री रघुनाथ परिसर के छात्रों द्वारा स्वस्ति वाचन किया गया, जो समृद्धि और शुभकामना का प्रतीक है। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में एसएसबी के डीआईजी सुभाष चंद्रा, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष कृष्णकांत कोठियाल, शशिकांत मिर्जापुरी, और हेमंत कोठियाल सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
यह अभियान 24 दिसंबर को अपने समापन तक गंगा के प्रति समाज को जागरूक करते हुए एक नई मिसाल कायम करेगा।