श्रीदेव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय: निर्माण, अनुसंधान और शैक्षणिक उत्कृष्टता की ओर नया कदम
टिहरी गढ़वाल 13 नवंबर 2024। श्रीदेव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय, बादशाहीथौल, टिहरी गढ़वाल मुख्यालय में विभिन्न निर्माण कार्य तेजी से प्रगति पर हैं, जो इसे एक उत्कृष्ट शैक्षणिक केन्द्र के रूप में स्थापित करने के प्रयासों का हिस्सा हैं। इन कार्यों में शैक्षणिक और प्रशासनिक ब्लॉक, लैक्चर रूम, लाइब्रेरी, प्रोफेसर और फैकल्टी रूम, गैर-शिक्षण कर्मचारियों के कार्यालय, रिसेप्शन, कैंटीन, सूचना डेस्क, ट्रांजिट होस्टल और उच्च अधिकारियों के लिए आवासीय भवनों का निर्माण शामिल है। मुख्य प्रवेश द्वार, पार्किंग रूम, एक प्री-फेब्रिकेटेड हॉल और अन्य संरचनाएं पहले ही पूर्ण की जा चुकी हैं।
नए पाठ्यक्रमों का आरंभ और शिक्षा के नए आयाम
सत्र 2023-24 से बादशाहीथौल मुख्यालय में बीसीए कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ है, जबकि ऋषिकेश परिसर में बीबीए और बीसीए पाठ्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। विश्वविद्यालय ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत गुणवत्तापरक शिक्षा को प्राथमिकता दी है और अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रयास किए हैं। इस प्रयास का परिणाम है कि पिछले एक साल में 200 से अधिक शोध पत्र अंतर्राष्ट्रीय जर्नलों में प्रकाशित हुए हैं। पिछले दो वर्षों में 24 पेटेंट फाइल किए गए, जिनमें से 20 प्रकाशित और 4 को भारत सरकार के पेटेंट विभाग द्वारा मंजूरी प्राप्त हो चुकी है।
शोध और कौशल विकास को प्रोत्साहन
विश्वविद्यालय ने 12 बड़ी कॉन्फ्रेंसों के साथ-साथ कई कार्यशालाओं और व्याख्यानमालाओं का आयोजन किया है। शिक्षार्थियों के लाभ के लिए विभिन्न विश्वविद्यालयों और संस्थानों के साथ 15 से अधिक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए हैं। सत्र 2024-25 में ऋषिकेश परिसर और 13 स्नातकोत्तर महाविद्यालयों में पीएचडी कार्यक्रम की शुरुआत की गई है, जिससे विश्वविद्यालय के पास राज्य में सबसे अधिक शोध केंद्र हो गए हैं। “एक परीक्षा, एक परिणाम” नीति के तहत परीक्षाओं का सफल संचालन और परिणामों की समय पर घोषणा सुनिश्चित की जा रही है।
उत्कृष्टता के नए केंद्र और उद्यमिता को बढ़ावा
ऋषिकेश परिसर में दो उत्कृष्टता केन्द्र स्थापित किए गए हैं: भारतीय ज्ञान परम्परा उत्कृष्टता केन्द्र और अनुसंधान एवं विकास उत्कृष्टता केन्द्र। इनमें शोध परियोजनाओं, सम्मेलन, फैकल्टी डेवलपमेंट कार्यक्रम और विशेष व्याख्यानों का आयोजन किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त, देवभूमि उद्यमिता केन्द्र की स्थापना के तहत विद्यार्थियों को व्यवसायिक प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। इसके तहत अब तक 6 बूट कैंप सफलतापूर्वक आयोजित किए जा चुके हैं, और 20 बूट कैंप आयोजित करने की योजना है।
डाटा सेंटर और स्थायी नियुक्तियों की प्रक्रिया
विश्वविद्यालय का डाटा सेंटर छह महीने पहले स्थापित किया गया था और यह सुचारू रूप से कार्यरत है। इसके साथ ही, शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की स्थायी नियुक्तियों की प्रक्रिया चल रही है, जिसके लिए उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग से संवाद किया जा रहा है।
उज्ज्वल भविष्य की ओर अग्रसर
श्रीदेव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय अपने शैक्षणिक, शोध और संरचनात्मक विकास के माध्यम से प्रदेश में एक नई पहचान बना रहा है। आने वाले समय में यह प्रदेश में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में उभरेगा।