ढ़रसाल गाँव में मूल निवास भू कानून जागृति अभियान का शुभारंभ
टिहरी गढ़वाल 15 नवंबर 2024। मूल निवास एवं भू कानून जनांदोलन, टिहरी, के तत्वावधान में मूल निवास भू कानून जागृति अभियान की शुरुआत 14 नवम्बर को ढ़रसाल गाँव से की गई। ढ़रसाल गाँव, टिहरी जिले के उन अग्रणी गाँवों में से एक है, जिन्होंने बाहरी व्यक्तियों को जमीन बेचने से इनकार कर आत्मनिर्भरता का संदेश दिया है।
अभियान के आरंभ में समिति के सदस्यों ने गाँव के भुम्याल भैरव देवता का आह्वान कर उनके मार्गदर्शन में आंदोलन को आगे बढ़ाने की शपथ ली। समिति के संयोजक देवेंद्र नौडियाल ने इस अभियान को प्रदेश के प्रत्येक गाँव तक पहुँचाने की प्रतिबद्धता जताई और सभी उत्तराखंडवासियों से इस जन आंदोलन में शामिल होने की अपील की।
समिति संरक्षक डॉ. राकेश भूषण गोदियाल ने ग्रामीणों से आग्रह किया कि जमीन बेचने की बजाय उसे लीज या किराए पर देने का विकल्प चुनें। पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष और चंबा नगर पालिका के सभासद शक्ति जोशी ने जमीन बेचने के दुष्परिणामों पर प्रकाश डालते हुए ग्रामीणों को जागरूक किया। वहीं, हंसराज बिष्ट, प्रदीप, पर्वत कुमाईं, और उत्तम तोमर ने मातृ शक्ति और युवा शक्ति से आंदोलन को और मजबूत बनाने का आह्वान किया।
ग्रामीणों का साहसिक निर्णय
ढ़रसाल गाँव के ग्रामीणों ने अपनी जमीनें बाहरी लोगों को न बेचने के अपने निर्णय को दोहराया। उन्होंने बताया कि जमीन न बेचने के बोर्ड लगाने के बावजूद बिचौलिये और खरीदार उन्हें परेशान करने की कोशिश कर रहे हैं। महिलाओं और ग्रामीणों के विरोध के चलते वे असफल रहे, लेकिन धमकियों का सहारा ले रहे हैं। समिति ने ग्रामीणों को हर परिस्थिति में साथ खड़े रहने और जरूरत पड़ने पर प्रशासनिक कार्रवाई का आश्वासन दिया।
बैठक में ग्रामीणों द्वारा लिए गए साहसिक निर्णय का स्वागत करते हुए समिति ने ग्राम सभा के प्रतिनिधियों और जागरूक ग्रामीणों को शॉल भेंट कर सम्मानित किया। बैठक का संचालन सह-संयोजक अमित पंत ने किया।
बैठक में डॉ. राकेश भूषण गोदियाल, देवेंद्र नौडियाल, अमित पंत, हंसराज बिष्ट, शक्ति जोशी, उत्तम तोमर, पर्वत कुमाईं, सतीश चमोली, प्रदीप पालकोट, रजनी भट्ट, पूर्णानंद भट्ट, दिनेश प्रसाद, कविता, राकेश प्रसाद, बुद्धि प्रसाद, और अन्य ग्रामीण उपस्थित रहे।