पंडित ललित मोहन शर्मा परिसर ऋषिकेश में हिंदी दिवस पर हुआ विशेष कार्यक्रम
 
						ऋषिकेश, 14 सितंबर 2025। पंडित ललित मोहन शर्मा परिसर, श्रीयंत्रेश्वर विश्वविद्यालय ऋषिकेश के हिंदी विभाग द्वारा हिंदी दिवस के अवसर पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक सरस्वती वंदना के साथ हुई। इसके बाद उपस्थित सम्मानित अतिथियों का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया गया। कार्यक्रम में वक्ताओं ने हिंदी भाषा के महत्व और भविष्य पर अपने विचार रखे।
हिंदी विभाग के प्रोफेसर मुक्तिनाथ यादव ने कहा कि “हिंदी केवल साहित्य और संस्कार की भाषा नहीं, बल्कि ज्ञान, विज्ञान और कौशल की भाषा भी है। इसके साथ ही हमें हिंदी की बोलियों का भी संरक्षण करना होगा।”
कला संकायाध्यक्ष प्रोफेसर पी.के. सिंह ने कहा कि “जहां भाषा में राजनीतिक हस्तक्षेप होगा, वहां भाषा कमजोर हो जाएगी।”
प्रोफेसर दिनेश शर्मा ने भाषा को देश की सांस्कृतिक अस्मिता और अस्तित्व से जुड़ा विषय बताया।
परिसर निदेशक डॉ. एम.एस. रावत ने कहा कि “हमें हिंदी को बढ़ाना है और हिंदी के सहयोग से स्वयं को भी आगे बढ़ाना है।”
कार्यक्रम का संचालन कर रहे प्रोफेसर अधीर कुमार ने कहा कि “भाषाई संघर्ष हिंदी और अन्य भाषाओं के बीच नहीं, बल्कि शासकों की भाषा और शासितों की भाषा के बीच है।”
कार्यक्रम में शोधार्थी एकता मौर्य ने कविता पाठ और आरती सिंह ने गीत प्रस्तुत कर माहौल को और अधिक रोचक बना दिया।
अंत में हिंदी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर कल्पना पंत ने सभी अतिथियों और प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया तथा हिंदी से संबंधित चुनौतियों और समस्याओं की ओर लोगों का ध्यान आकर्षित किया।
इस अवसर पर राजनीति विभागाध्यक्ष प्रोफेसर हेमलता मिश्रा, बड़ी संख्या में शोधार्थी और विद्यार्थी भी मौजूद रहे।
 Skip to content
		
				
				
						Skip to content
				
 
				 
			 
			 
			 
			 
			 
			 
			 
			 
			