बिग ब्रेकिंग- गायत्री तीर्थ शान्ति कुंज प्रमुख डॉo पांड्या पर बलात्कार का आरोप,दिल्ली के विवेक विहार थाने में एफआईआर दर्ज
गढ़ निनाद न्यूज़
नई टिहरी,6 मई 2020। उत्तराखंड से आज कोरोना से भी बहुत बड़ी खबर सामने आ रही है। गायत्री तीर्थ शांतिकुंज के प्रमुख डॉ प्रणव पंड्या एवम उनकी पत्नी शैलबाला के खिलाफ दिल्ली के विवेक विहार थाने में बलात्कार की एफआईआर दर्ज हुई है। यह जीरो एफआईआर है जिसे अब एसएसपी हरिद्वार ट्रांसफर किया जा रहा है। दोनों के खिलाफ दफ़ा 376,506, 34 के तहत एफआईआर दर्ज हुई है। यह रिपोर्ट शांतिकुंज की पूर्व सेवादार छतीसगढ़ की रहने वाली काल्पनिक नाम शक्ति की ओर से दर्ज की गई है जो ओबीसी है।
सूत्रों के अनुसार पीड़ित लड़की ने आरोप लगाया है कि 2010 में वह जब 14 साल की थी उस समय उसके साथ 3 बार बलात्कार किया गया था। उस समय उसे बहुत ब्लीडिंग हुई थी। उसे हॉस्पिटल भर्ती कराया गया और डॉक्टरों पर दबाव बनाकर इलाज किया गया। उसके साथ लगातार 2014 तक बलात्कार किया गया। लड़की ने रिपोर्ट में लिखा है कि डॉ पंड्या की पत्नी शैलबाला जिसे वह जीजी कहती थी बार बार मुझे डरा धमकाकर ऐसा करने को कहती थी। यह लगातार 2014 तक चलता रहा।
दर्ज एफआईआर के अनुसार युवती ने कहा है कि वह छत्तीश गढ़ के जिला जांजगीर के मधुआ गावँ की रहने वाली है और साल 2010 में गावँ के ही रहने वाले शांतिकुंज के एक कार्यकर्ता मनीराम साहू उसे हरिद्वार आश्रम में भोजन के काम के लिए और वंही पर उसकी शादी कराने का झांसा देकर लाये थे। मार्च 2010 में उसे आश्रम के अध्यक्ष प्रणव पंड्या की किचन में खाना आदि बनाने के काम के लिए रख लिया गया जिसमे 50 लडकिया काम करती थी। उसे 15 दिन काम करने के बाद पंड्या की पत्नी शैल जीजी ने उसे अपने एक विशेष समूह में रख लिया जिसमे केवल 10 लडकिया थी। इन सबका काम बारी बारी से डॉक्टर पंड्या और शैल जीजी की सेवा करना जोता था जिसमे शैल जीजी की मालिश भी शामिल थी। इसी दौरान एक दिन जब वह दोपहर के वक्त डॉक्टर पंड्या को उनके कमरे में कॉफी देने गई तो डॉक्टर ने उनके साथ बलात्कार किया। वह रो रो कर बार बार मना करती रही मगर डॉक्टर पंड्या ने उसके साथ 15 दिन में कई बार जबरन बलात्कार किया। इससे उसकी तबियत बिगड़ने पर उसे वापस उसके गावँ भेज दिया गया और उसे अपना मुंह बंद करने की धमकी दी गई। शैल जीजी ने भी उसे इस बारे में किसी को नही बताने की धमकी दी थी। जब उसे पंड्या ने बलात्कार का शिकार बनाया तब उसकी उम्र 14 साल की थी। पीड़िता का कहना है ही हाल ही में जब निर्भया के बलात्कारियों को इंसाफ मिला तो उसका हौंसला मिला। इसलिए अब वह इस बारे में रिपोर्ट लिखवाने की हिम्मत कर पाई। दिल्ली के विवेक नगर थाने ने धारा 504, 376, व IPC की धारा 34 के तहत जीरो FIR दर्ज कर जांच के लिए हरिद्वार पुलिस को भेजा है।