करोना वायरस एक लंबी लड़ाई – प्रो0 कैरोलिन हाइजिंग, मुख्य वक्ता अंतरराष्ट्रीय वेबीनार महाविद्यालय देवप्रयाग
गढ़ निनाद न्यूज * 06 मई 2020
देहरादून: कोविड-19 अवेयरनेस पर राजकीय महाविद्यालय देवप्रयाग द्वारा अंतरराष्ट्रीय वेबीनार आयोजित किया गया. अर्थशास्त्र विभाग द्वारा आयोजित इस वेबीनार में देश-विदेश से शिक्षाविदों, शोध छात्रों और वैज्ञानिकों ने शिरकत की। मुख्य संरक्षक डॉ0 अशोक कुमार, निदेशक उच्च शिक्षा उत्तराखंड, संरक्षक डॉ0 विद्याधर पांडे प्राचार्य, राजकीय महाविद्यालय देवप्रयाग रहे।
वेबिनार में दो टेक्निकल सेशनस में पूर्न किया गया. पहले टेक्निकल सेशन की अध्यक्षता विश्व प्रसिद्ध कैंसर विशेषज्ञ डॉक्टर दौलत सिंह, प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष ऑंकोलॉजी विभाग राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर एवं संचालन ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेटरी डॉक्टर अशोक कुमार मैंदोला द्वारा किया गया। इस सेशन में कोविड-19 विषय पर विस्तृत से चर्चा की गई। डॉक्टर दौलत सिंह द्वारा अपने संबोधन में कहा कि जहां भी रहें सुरक्षित रहें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें, घबराए नहीं, घर में बुजुर्गों का ध्यान रखें। उन्होने बताया कि कोई भी दवा बिना डॉक्टर की सलाह के ना खाएं, क्योंकि आधे से अधिक संख्या में मरीज जनरल वायरस से पीड़ित होता है, और आगे बताया कि इससे घबराए नहीं, घर का बना खाना ही खाएं।
दुसरे टेक्निकल सेशन में मुख्य-वक्ता प्रोफेसर कैलीन हिजिंगा स्टेट यूनिवर्सिटी आईव अमेरिका रही। उन्होंने अपने उद्बोधन में देश के विभिन्न राज्यों से प्रतिभाग करें रहे ऑनलाइन प्रतिभागियों को कोरोना वायरस के विषय में जागृत करते हुए कहा कि यह एक लंबी लड़ाई है, जो वर्ष भर चल सकती है, तथा इसकी वैक्सीन बिल गेट्स की संस्था बना रही है, जिसमें 12 से 18 महीने लग सकते हैं। उन्होंने सभी लोगों से सावधानी पूर्वक रहने व अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने अमेरिका में एक नया कोरोनावायरस पाए जाने की सूचना दी, जो पहले करोना वायरस से ज्यादा खतरनाक है।
दूसरे मुख्य वक्ता डॉ0 राम शर्मा जीवी महाविद्यालय बागपत रहे। उन्होंने करोना वायरस के संबंध में न्यूयॉर्क में मित्र लोगों के ऊपर जो शोध किया है। उसमें कोरोना ग्रस्त व्यक्ति 56 प्रतिशत व्यक्ति अधिक तनाव 41 प्रतिशत मोटापे व 33 प्रतिशत लोग डायबिटीज की बीमारी से ग्रसित पाए गए। अतः हम लोगों को रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने चाहिए। ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेट्री डॉक्टर अशोक कुमार मेंदोला ने वेबिनार में शमिल हुए देश-विदेश के प्रतिभागियों का परिचय वक्ताओं से करवाया। उन्होंने कहा यह कोरोना महामारी नेट की कनेक्टिविटी लॉकडाउन जैसी विषम परिस्थितियों में इस वेबीनार को आयोजित करना हमारी टीम के लिए एक बहुत बड़ा चैलेंज था, जिसको हमारी टीम ने करके दिखाया।
ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेट्री डॉ0 अशोक कुमार मेंदोला ने कहा कि अभी तक राज्य के किसी महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय द्वारा राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन नहीं किया गया। उन्होने बतायाज कि वेबीनार में 140 शोधपत्रो का पंजीकरन हुआ तथा 304 लोगों ने ऑनलाइन सेशन में प्रतिभाग किया। साथ ही प्रतिभागियों ने जल्द ही इस तरह दूसरा वेबीनार करवाने का आग्रह भी किया।
वेबीनार में प्रसिद्ध इतिहासकार एवं मेंबर सचिव आईसीएचआर मानव संसाधन विकास मंत्रालय दिल्ली प्रोफेसर के रत्नम, जियोलॉजिस्ट डॉ0 हरीश चंद नैनवाल केंद्रीय विश्वविद्यालय श्रीनगर, डॉ0 राजेंद्र सिंह फर्त्याल, राखी राम डंगवाल, डॉ0 सुभाष जैन ग्वालियर, डॉ0 प्रिया पांडे हरियाणा, डॉ0 निरंजन पंत ऑर्डिनेंस फैक्ट्री देहरादून, डॉ0 चंद्रकांत शर्मा हिमाचल प्रदेश, डॉ0 नीत बिहारी लाल सक्सेना रायपुर, डॉ0 विजय बलिराम गवांडे महाराष्ट्र, दिनेश कुमार गुप्ता जालौन, डॉ0 सुभाष सिंह आगरा, डॉ0 नगमा खान उरई, डॉ0 कौशल किशोर पटना बिहार, डॉ0 उर्मिला दिल्ली विश्वविद्यालय, डॉ0 संजीव कुमार गौतम बुध नगर, डॉ0 रेखा वर्मा फतेहपुर, डॉ0 अवधेश नारायण जोनपुर, डॉ0 मोहम्मद काशिफ तौफीक मौलाना आजाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी हैदराबाद, डॉ0 ओम प्रकाश मुरादाबाद, प्रियंका नियोगी वेस्ट बंगाल एवं राज्य के राजकीय महाविद्यालय एवं संस्थाओं में कार्यरत प्रोफ़ेसर तथा शोध छात्रों ने प्रतिभाग किया।