आंदोलनकारी एवं भिलंग घाटी के जुझारू नेता लक्ष्मण राणा नहीं रहे
- गढ़ निनाद न्यूज़ * 9 जून 2020
नई टिहरी: उत्तराखंड राज्य आंदोलन के बहुत ही संघर्षशील एवं भिलंगना घाटी के जुझारू नेता लक्ष्मण सिंह राणा (55) का निधन हो गया है। भिलंग पट्टी के बजींगा गांव के मूल निवासी राणा ने सोमवार की रात को अपने ऋषिकेश स्थित आवास पर अंतिम सांस ली। उनके निधन से इलाके में शोक की लहर है। वह अपने पीछे पत्नी,बेटा- बहु व नातिन छोड़ गए हैं। वे लंबे समय से शूगर और गुर्दे के रोग से पीड़ित थे। स्व. राणा का एक बेटा एक बेटी है। बेटी पूर्व में भिलंग से जिला पंचायत सदस्य भी रही हैं।
एडवोकेट एवं आंदोलन के साथी लोकेन्द्र जोशी ने राणा के आकस्मिक निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि यह समाचार पाकर मैं निशब्द हूं। भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान कर श्री चरणों में स्थान दे तथा शोकाकुल जनों को इस भारी दुःख सहने की शक्ति प्रदान करे।
बता दें कि स्व. लक्ष्मण सिंह राणा इंद्रमणि बड़ोनी जी के साथ खतलिंग, महश्रताल, सहस्र ताल यात्रा में भी रहे। वहीं विश्वनाथ जगदीशिला यात्रा सहित अनेकों धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने, वन अधिनियम सहित अनेकों आंदोलनों में सक्रिय रहे।
गढ़ निनाद भी स्वर्गीय लक्ष्मण राणा को भाव-भीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता है।