सीएम से की होटल व्यवसाय को बचाने की गुहार
गढ़ निनाद न्यूज़* 7 जून 2020
नई टिहरी: कोरोना की मार सबसे ज्यादा होटल व्यवसायियों पर पड़ी है। सरकार ने अगर इस ओर ध्यान नहीं दिया तो व्यवसाय पूरी तरह चौपट हो जाएगा। यह बात होटल आनर्स एसोसियेशन ने पत्रकारों से कही। कहा कि प्रदेश सरकार होटल मालिकों और संचालकों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रही है। यदि रियायतें नहीं दी तो होटल व्यवसाय पूरी तरह से चौपट हो जायेगा।
होटल आनर्स एसोसिऐशन के पदाधिकारियों ने कहा कि प्रदेश सरकार होटलों को क्वारंटाइन सेंटर के रूप में प्रयोग कर रही है। इस अवधि का उन्हें जल्द से जल्द भुगतान दिया जाय।
एसोसिऐशन ने डीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर मांग की है कि बैंकों की किस्त और उद्यमियों द्वारा पूर्व में लिये गये ऋणों पर एक वर्ष का ब्याज माफ किया जाए। साथ ही एक वर्ष तक बिजली व पानी के बिल माफ करने, होटल यूजेज चार्जेज, फायर, पर्यावरणीय, फूड लाईसेंस रजिस्ट्रेशन, नवीनीकरण व पर्यटन विभाग में रजिस्ट्रेशन एक वर्ष तक माफ करने के साथ ही होटलियरों को एक वर्ष तक ब्याज मुक्त ऋण उपलब्ध कराने के लिए बैंकों को निर्देशित करने की मांग की है।
होटल आनर्स के अध्यक्ष लक्ष्मी प्रसाद भट्ट, महामंत्री कुलदीप पंवार, सचिव ओम प्रकाश रतूड़ी, कोषाध्यक्ष शीशराम थपलियाल, इंद्र सिंह राणा, याकूब सिद्दकी, हीरा सिंह प्रवेश आदि ने बातचीत में बताया कि पूर्व में लाकडाउन के चलते उनके सामने आई समस्याओं से अवगत कराया गया था, लेकिन अभी तक उनको राहत देने को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। कहा कि होटल पूरी तरह से बंद होने के बाद भी बिजली और पानी के अनुमानित बिल थमाये जा रहे हैं। जबकि होटलों को इस बार चारधाम यात्रा और पर्यटन पूरी तरह से ठप होने से एक रुपये की भी आय नहीं हुई है।