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विश्व पर्यावरण दिवस: यूसर्क द्वारा ‘‘जैवविविधता एवं मानव स्वास्थ्य’’ पर वेबिनार आयोजित

विश्व पर्यावरण दिवस: यूसर्क द्वारा  ‘‘जैवविविधता एवं मानव स्वास्थ्य’’ पर वेबिनार आयोजित
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रमेश रावत, गढ़ निनाद समाचार * 5 जून

देहरादून: आज दिनांक 5 जून 2020 को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर उत्तराखण्ड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केन्द्र (यूसर्क) द्वारा ‘‘जैवविविधता एवं मानव स्वास्थ्य’’ विषय पर  वेबिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में यूसर्क के निदेशक प्रो0 दुर्गेश पंत ने कार्यक्रम के आयोजन के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुये बताया कि यूसर्क द्वारा स्मार्ट ईको क्लबों के द्वारा एवं जलशाला के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण एवं जलसंरक्षण विषयक कार्यों को किया जा रहा है।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तराखण्ड के पूर्व प्रिंन्सीपल चीफ कन्जरर्वेटर ऑफ फॉरेस्ट (पी.सी.सी.एफ.) डॉ0 आर0बी0एस0 रावत ने अपने संबोधन मे जैवविविधता के संरक्षण हेतु कार्य करने का आवाहन किया। डॉ0 रावत ने सभी स्टेक होल्डर से एक साथ सामूहिक प्रयास करने को कहा जिससे प्रदेश एवं देश में वनीकरण को बढ़ाया जा सके तथा प्राकृतिक जलस्रोतों का संरक्षण एवं उनको पुनर्जीवित किया जा सके।

https://youtu.be/Eyl4bAD4K3s

आज के कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रसिद्ध पर्यावरणविद श्री सचिदानंद भारती ने अपने व्याख्यान में बताया कि उन्होंने किस प्रकार सामाजिक रूप से लोगों को जोड़ते हुये पहाड़ के वनों में वृद्धि एवं जल स्रोतों को रिचार्ज किया। उन्होंने बताया कि राज्य के पर्वतीय भाग के नौले, धारे, गदेरे आदि को किस प्रकार पुनर्जीवित किया जा सकता है। कार्यक्रम में बोलते हुऐ प्रो0 जे0एस0 रावत ने कुमायूं के भूभाग में अवस्थित कोसी नदी एवं उसकी सहायक नदियों को पुनर्जीवित करने सम्बन्धी कार्यों को प्रस्तुत किया।

पर्यवरणविद पदमश्री कल्याण सिंह रावत जी ने राज्य में पर्यावरण संरक्षण कार्य हेतु जन-जन को जोड़ते का आवाहन किया। प्रो0 उमा मलकानियां ने वैश्विक जैवविविधता को समझते हुये कार्य करने को कहा। बी0एस0आई0 के डा0 अम्बरीश कुमार ने हिमालयी क्षेत्र की जैवविविधता पर प्रकाश डाला।

नीरी नागपुर से डा0 शालिनी ध्यानी से पहाड़ के जलस्रोतों एवं आजीविका हेतु पर्यावरण का संरक्षण करते हुये कार्य करने को कहा। डा0 अनीता पाण्डे ने माईक्रोवियल बायोडाइवरसिटी के संरक्षण हेतु कार्य करने को कहा। हेस्को की डॉ0 किरन रावत ने धरातलीय कार्यौं की गति को बढ़ाने को कहा जिससे जैवविविधता का संरक्षण हो सके।

डॉ0 मधु थपलियाल, डॉ0 रीमा पंत, डॉ0 लक्ष्मण कण्डारी सहित विभिन्न शिक्षणगण, शोधार्थी द्वारा कार्यक्रम में प्रश्नों का समाधान भी प्राप्त किया गया। कार्यक्रम का संचालन यूसर्क वैज्ञानिक डॉ0 मन्जू सुंदरियाल एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ0 भवतोष शर्मा द्वारा किया गया।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से यूसर्क के वैज्ञानिक डॉ0 ओम प्रकाश नौटियाल, डॉ0 राजेन्द्र सिंह राणा, डॉ0 भवतोष शर्मा, उमेश जोशी, ओम जोशी, राजदीप द्वारा सक्रिय प्रतिभाग किया गया।


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