क्या है हल छठ पर्व,कैसे मनाते हैं इसे
गढ़ निनाद न्यूज़* 9 अगस्त 2020
कल कृष्णपक्ष की अष्टमी तिथि भी पड़ रही है। इस तिथि को श्रीकृष्ण के बड़े भाई बलराम का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। बलराम को शेषनाग का अवतार माना जाता है। भगवान विष्णु के अधिकांश अवतारों में शेषनाग किसी ना किसी रुप में उनके साथ अवतरित हुए हैं। भगवान बलराम का प्रधान शस्त्र हल तथा मूसल है। हल धारण करने के कारण भी बलरामजी को हलदार नाम से भी जाना जाता है। वह माता देवकी और वासुदेव की सातवीं संतान हैं।
ज्योतिष के अनुसार इस साल बलराम जी का जन्मोत्सव 9 अगस्त यानी आज मनाया जाएगा। इस दिन महिलाएं संतान प्राप्ति अथवा संतान की रक्षा के लिए व्रत रखती हैं। षष्ठी का पर्व 9 अगस्त को सुबह 4 बजकर 18 मिनट से प्रारंभ होकर 10 अगस्त की सुबह 6 बजकर 42 मिनट तक रहेगी।
हालांकि इस बार कोरोना संक्रमण का असर जन्माष्टमी पर भी दिखाई देगा। मथुरा में इसबार
कृष्ण जन्माष्टमी पर कन्हैया के दर्शन करने कस मौका नहीं मिलेगा क्योंकि इस दिन श्रद्धालुओं को जन्मभूमि सहित मथुरा के तमाम बड़े मंदिरों में प्रवेश नहीं मिलेगा। इसलिए घर पर बैठकर आप अपने आराध्य का जन्मोत्सव टीवी पर देख सकते हैं। बता दें कि बीते पांच हजार साल में ऐसा पहली बार हो रहा है, जब कृष्ण जन्माष्टमी पर मथुरा में प्रवेश पर पाबंदी लगी है।
हर साल की तरह इस बार भी जन्माष्टमी पर्व दो दिन मनाया जाएगा। 11 और 12 अगस्त दोनों दिन जन्माष्टमी का त्योहार मनाया जाएगा। लेकिन विद्वानों के मुताबिक 12 अगस्त को जन्माष्टमी मानना श्रेष्ठ है। मथुरा और द्वारिका में 12 अगस्त को ही श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाया जाएगा।