दुर्मी-गौणा ताल के पुनर्निर्माण को लेकर जिलाधिकारी स्वाति भदौरिया ने किया क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण
गढ़ निनाद न्यूज़* 07 सितंबर,2020
चमोली। जिले की निजमुला घाटी स्थित दुर्मी-गौणा ताल (बिरही ताल) के पुनर्निर्माण को लेकर जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने सोमवार को क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने कहा कि भूगर्भीय सर्वेक्षण के बाद दुर्मीताल के पुनर्निर्माण के लिए प्रस्ताव तैयार कर शीघ्र शासन को भेजा जाएगा। विदित हो कि प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत दुर्मी-गौण ताल को पुर्नजीवित करने की व्यक्तिगत इच्छा जाहिर कर चुके है।
उन्होंने कहा कि दुर्मीताल को पुर्नजीवित करने से पहले यहाॅ पर तत्काल जो काम हो सकते है, उनको शुरू कराया जाएगा। इसमें ट्रैक मार्ग का सौन्दर्यीकरण, म्यूजियम निर्माण और साइट डेवलपमेंट के तहत कैपिंग साईट, व्यूप्वाइंट बनाने का काम शीघ्र शुरू किया जाएगा। कहा कि भूगर्भीय सर्वेक्षण कराने के बाद प्रोजेक्ट तैयार कर शासन को भेजा जाएगा। जिलाधिकारी ने कहा कि दुर्मी-गौणा ताल एक सुन्दर पर्यटन स्थल बन सकता है और यहां पर्यटन की अपार संभावनाऐं है। इस क्षेत्र के आसपास लाॅर्ड कर्जन ट्रैक, क्वारीपास, सप्तकुंड, तडाग ताल जुड़े है। यहाॅ से नन्दा घुघंटी एवं त्रिशूल पर्वत का सुदंर नजारा भी दिखता है और दुर्मी-गौणा ताल के अस्तित्व में आने से इस क्षेत्र को भरपूर लाभ मिलेगा।
इस दौरान जिलाधिकारी ने निजमुला-गौणा- पाणा-ईराणी मोटर मार्ग के निर्माण कार्यो का स्थलीय निरीक्षण भी किया। उन्होंने मोटर मार्ग पर पुल एवं अन्य निर्माण कार्यो को शीघ्र पूरा कराने तथा उप जिलाधिकारी को 30 सितंबर को क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण कर रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा। जिलाधिकारी ने राजकीय जूनियर हाईस्कूल दुर्मी का निरीक्षण भी किया। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी हंसादत्त पांडे एवं अन्य जिला स्तरीय अधिकारी भी मौजूद थे।