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वनाधिकार कांग्रेस ने जलाई बिजली-पानी बिलों की होली: दिया धरना

वनाधिकार कांग्रेस ने जलाई बिजली-पानी बिलों की होली: दिया धरना
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गढ़ निनाद न्यूज़* 18 अक्टूबर 2020

नई टिहरी। वनाधिकार कांग्रेस ने पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय के नेतृत्व में नई टिहरी में अपनी 9 सूत्री माँगों को लेकर नवरात्रि के शुभारम्भ पर सुमन पार्क में धरना दिया और हनुमान चौक पर बिजली-पानी के बिलों की होली जलाई।

वनाधिकार कांग्रेस के धरने में वक्ताओं ने माँग की कि राज्य व केंद्र सरकार अविलम्ब उत्तराखंडियों को केंद्र सरकार की सेवाओं में आरक्षण दे,परिवार के एक सदस्य को पक्की सरकारी नौकरी दे, प्रतिमाह एक गैस सिलेंडर, बिजली-पानी निशुल्क दिया जाय, जड़ी-बूटियों पर स्थानीय समुदाय का अधिकार हो, शिक्षा व स्वास्थ्य सेवायें निशुल्क करे, एक यूनिट घर  बनाने हेतु लकड़ी, बजरी व पत्थर निशुल्क दिया जाय।

इसके अलावा जंगली जानवरों द्वारा जनहानि पर  25 लाख रूपये क्षतिपूर्ति व परिवार के एक सदस्य को पक्की सरकारी नौकरी दी जाय। जंगली जानवरों द्वारा फसल के नुकसान पर प्रतिनाली 5 हजार रुपये क्षतिपूर्ति दी जाय, राज्य में अविलम्ब चकबंदी की जाय।

उपाध्याय ने कहा कि टिहरी के निवासियों के साथ सौतेला व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। राज्य के मर्ज़र के समय किये गये Customary rights भी यहाँ के लोगों को नहीं मिल रहे हैं। टिहरी बांध से आज 1400 मेगावाट बिजली पैदा हो रही है, जिससे राज्य को लगभग 200 मेगावाट को बिजली free मिल रही है और बांध विस्थापितों और प्रभावितों के हनुमान जी की पूँछ की तरह लम्बे-लम्बे बिल आ रहे हैं।

एक व्यक्ति के 3 लाख रू की बिल की होली जलायी गयी।

उपाध्याय ने कहा कि टिहरी से लोगों को यहाँ इतनी ठण्ड में बसाया गया और यह व्यवस्था नहीं की गयी कि लोग इतनी ठण्ड में यहाँ कैसे रहेंगे? अब हाउस टैक्स लगाने की बातें भी हवा में तैर रही हैं।  कहा कि नई टिहरी निवासियों के बिजली, पानी और Sewage tax के बिल सरकार तुरन्त वापस ले।

उपाध्याय ने कहा सरकारों ने जब जल, जंगल, ज़मीन व पर्यावरण के क़ानून बनाये, उस समय गिरिजनों और अरण्यजनों के पुश्तैनी हक़-हकूक़ों और अधिकारों को मार दिया गया।अतः इन क़ानूनों की पुन: समीक्षा की जानी आज समय की आवश्यकता है।


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Govind Pundir

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