मदन नेगी रोपवे: भागीरथी नदी घाटी विकास प्राधिकरण ने दिया धन
विक्रम बिष्ट
गढ़ निनाद न्यूज़ * 6 अक्टूबर 2020
नी टिहरी। कांग्रेस के नेता ही नहीं मान रहे हैं कि डोबरा-चांठी पुल की बुनियाद उनकी पार्टी की पहली निर्वाचित सरकार के निर्णय से पड़ी थी । हम लोग इस नेक शुरुआत का श्रेय तिवाड़ी सरकार, हरीश रावत, प्रताप नगर के पूर्व विधायक स्वर्गीय फूल सिंह बिष्ट के मत्थे व्यर्थ ही मढ रहे थे।
वैसे भाजपा के कई नेता भी खुलेआम स्वीकार कर रहे हैं कि प्रताप नगर सहित स्थानीय जनता का संघर्ष स्वर्गीय फूल सिंह बिष्ट के प्रयास और तत्कालीन सीएम नारायण दत्त तिवाड़ी के फैसले से इस पुल की नींव पड़ी थी। वर्तमान सरकार ने अपनी प्राथमिकता में शामिल कर इस पुल का निर्माण संपन्न कराया है।
हो सकता है कि कुछ नेताओं को तिवाड़ी, बिष्ट कोण की चर्चा अपनी पार्टी के खिलाफ भाजपा की साजिश लगती हो। कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कह रहे हैं तो कुछ तो होगा ही? उनका दावा है कि उनकी याचिका से टिहरी बांध प्रभावितों को टीएचडीसी के पैसों से जो सौगात मिली है मदन नेगी रोप वे भी उसमें शामिल है।
दरअसल भूकंप वेधशाला मदन नेगी रोपवे के निर्माण के लिए पैसा भागीरथी नदी घाटी विकास प्राधिकरण ने दिया था। प्रांतीय खंड लोनिवि नई टिहरी को भुगतान किया गया था। प्राधिकरण का कार्यस्थल पर बोर्ड लगा है। जलवाल गांव, खोला, कंगसाली में कैचमेंट एरिया ट्रीटमेंट (कैट) प्लान के लिए उत्तराखंड शासन ने टीएचडीसी से लगभग 5 करोड़ रुपये मांगे थे। नहीं मिले। 28 जनवरी 2006 को मुख्य सचिव एम रामचंद्रन ने वन एवं पर्यावरण मंत्रालय भारत सरकार को पत्र लिखा था कि टीएचडीसी से वांछित धनराशि दिलाएं। अभी तक नहीं मिली। टीएचडीसी के अचानक उदारमना दानदाता होने का रहस्य उजागर करने के लिए धन्यवाद।