टिहरी की संघर्ष यात्रा-4: बांध प्रभावितों ने निर्माण कराया ठप, सिंघल पहुंचे टिहरी

विक्रम बिष्ट
गढ़ निनाद समाचार* 6 अक्टूबर 2020
नई टिहरी। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के टिहरी बांध निर्माण के खिलाफ मैदान में उतरने के बाद कांग्रेस बांध निर्माण के पक्ष में खड़ी हो गई। दूसरी ओर 30 मार्च 2000 को नगर पालिका अध्यक्ष विजय सिंह पंवार आदि के नेतृत्व में बांध प्रभावितों ने बांध स्थल पर पहुंचकर निर्माण कार्य ठप करवा दिया था। उसी दिन दोपहर विहिप प्रमुख अशोक सिंघल टिहरी पहुंचे। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के हेतु विहिप प्रमुख को 31 मार्च को ऐतिहासिक आजाद मैदान में बांध निर्माण के खिलाफ अनशन शुरू करना था।
दरसल प्रदेश सरकार ने परियोजना की दो व्यावर्तन सुरंगो T3 एवं T4 को 31 मार्च को बंद करने की हरी झंडी दे दी थी। सैकड़ों शेष परिवारों के पुनर्वास सहित कई समस्याओं के समाधान के बिना इस फैसले से लोगों में आक्रोश था। जनता के खिलाफ सड़कों पर उतरने को बेताब थी। 30 मार्च को ग्रामीणों ने बांध स्थल पर कब्जा कर लिया था।
टीएचडीसी अधिकारियों ने आजाद मैदान पहुंचकर श्री सिंघल को बताया कि 31 मार्च को सुरंगे बंद नहीं की जा रही है। इस पर विहिप नेता ने 12 अप्रैल तक अपना अनशन स्थगित कर दिया। लेकिन बांध प्रभावित तो आर पार की लड़ाई की ठान चुके थे। इधर विहिप के आंदोलन के खिलाफ 30 मार्च को चंबा बाजार बंद रहा। कांग्रेस ने भी बांध निर्माण के पक्ष में सुरंगों के निकट धरना शुरू कर दिया।