डीजीपी जन संवाद कार्यक्रम में जनता से हुए रूबरू, पुलिस सम्मेलन में दिए दिशा निर्देश
नया कॉन्सेप्ट: हर थाना एक गांव गोद ले
नई टिहरी। डीजीपी अशोक कुमार आजकल उत्तराखंड का भ्रमण कर सीधे जनता से संवाद कर उनकी समस्याओं से रूबरू हो रहे हैं।
टिहरी पहुंचने पर उन्होंने गार्द की सलामी ली। उसके बाद विकास भवन में जन संवाद कार्यक्रम में जनता की समस्याएं सुनी। उन्होंने सभी को समस्याओं के निस्तारण हेतु आश्वस्त किया। वह प्रेस से भी रुबरू हुए और उसके बाद तत्पश्चात डीजीपी द्वारा पुलिस सम्मेलन लिया गया।
मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि टिहरी झील के समीप थाना खोलने का प्रस्ताव हमारे पास आया है जब तक थाना नही खुलता तक तक पुलिस चौकी तो खोली जा सकती है। उन्होंने कहा हम एक नए कॉन्सेन्ट पर भी कम कर रहे हैं कि हर थाना एक गांव गोद ले।
डीजीपी ने कहा कि हम सभी लोक सेवक हैं। पुलिस विभाग समाज को सुरक्षा,शान्ति एवं कानून व्यवस्था के साथ साथ जनता की शिकायतों के शीघ्र निस्तारण के लिए बनी है। इसके लिए हमें अच्छा प्रदर्शन करना है।
कहा कि अपराधियों में पुलिस का भय हो साथ ही आम आदमी का पुलिस के प्रति अटूट विश्वास रहना चाहिए। कहा कि जनता की पुलिस से हमेशा ही अपेक्षाएं रहती हैं इसलिए पुलिस को अपना कार्य पूर्ण निष्ठा एवं समर्पण के भाव से करना चाहिए और जन शिकायतों का समय पर निवारण करना चाहिए। इससे समाज में पुलिस की छवि अच्छी होगी। कहा कि पुलिस कोई ऐसा काम न करे जिससे पुलिस की छवि खराब हो। इसके लिए पुलिस को संवेदनशील बनना होगा।
उन्होंने कहा कि अपराधिक चुनौतियों विशेषकर ड्रग्स/ नशा/ साईबर/फ्रॉड/महिला अपराधों को रोकने में जन जागरूकता की आवश्यकता है। कहा कि ऐसे अपराध होने पर 112 व 100 नम्बर पर फोन करें , तत्काल कार्यवाही होती है।
उन्होंने एसएसपी को निर्देशित किया कि युवा पीढ़ी को नशे की लत से दूर रखने के लिए काम करना होगा। कहा की ड्रग्स की सप्लाई लाइन को काटना हमारी प्राथमिकता में है।
डीजीपी ने लिया पुलिस सम्मेलन
जन संवाद के बाद डीजीपी ने पुलिस सम्मेलन में उपस्थित सभी पुलिस अधिकारी/ कर्मचारियों को वर्तमान समय में बढ रही अपराधिक चुनौतियों विशेषकर ड्रग्स/ नशा/ साईबर/फ्रॉड/महिला अपराधों को रोकने के सम्बन्ध में विस्तृत निर्देश दिये।
उन्होंने टिहरी पुलिस के कार्यों की सराहना करते हुए सभी अधिकारी/कर्मगणों को आश्वस्त किया गया कि पुलिस अधिकारी/कर्मगणों के कल्याण हेतु हैप्पीनेस कोन्सेन्ट की ओर उनका लगातार ध्यान है, चाहे वह पुलिस कर्मियों के शिक्षा, स्वास्थ्य, आवास, अवकाश, प्रमोशन आदि के मामले ही क्यों न हों। इनमें लगातार सुधार किया जायेगा ताकि पुलिस अच्छा प्रदर्शन कर सके।
इस मौके पर एसएसपी तृप्ति भट्ट ने डीजीपी अशोक कुमार के द्वारा अब तक किये गए सराहनीय कार्यों पर विस्तृत जानकारी देते हुए उनका स्वागत किया। श्रीमती तृप्ति भट्ट ने उत्तराखंड को अच्छी पुलिसिंग के लिए कुमार के योगदान पर चर्चा की।
जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव ने डीजीपी अशोक कुमार का जिले में पधारने पर स्वागत किया। उन्होंने कहा कि नागरिकों की तमाम समस्याओं के निराकरण के लिए पुलिस और जिला प्रशासन सदैव समन्वय स्थापित कर उदाहरण पेश करेंगे ।
बार एसोसिएशन के अध्यक्ष शांति भट्ट ने कोविड काल में नगर पालिका, पुलिस मीडिया, व्यापारियों के द्वारा शानदार तरीके से काम करने के बावजूद कोविड के मामले बढ़ रहे हैं जो चिन्ता का विषय है।
उद्योग व्यापार मंडल की ओर से करम सिंह तोपवाल ने डीजीपी का आभार जताया और मोहल्ला सुरक्षा समिति गठित करने का सुझाव दिया। कहा कि आजकल युवा नशे की लत में पड़ गए हैं। उन्होंने शादी विवाह में कॉकटेल के प्रचलन पर लगाम लगाने की मांग की।
सबसे छोटी उम्र की प्रधान ने भी सुनाई व्यथा
जिले की सबसे छोटी उम्र की बालमा की प्रधान शैला नेगी तथा बागी की प्रधान लीला देवी ने भी शादी विवाह में कॉकटेल पर प्रतिबंध लगाये जाने की मांग की। कहा कि गांव में लोग शराब पीकर दंगा फसाद करते हैं तो प्रधान को बार बार पुलिस की मदद लेनी पड़ती है, इस पर डीजीपी महोदय ने मुस्कराते हुए कहा कि इसके लिए तो आपको दुर्गावाहिनी बनानी चाहिए।
कार्यक्रम में जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव,एसएसपी तृप्ति भट्ट, डीआईजी पीटीसी राजीव स्वरूप समेत तमाम पुलिस के अधिकारी/कर्मचारी, पत्रकार, व्यापार मंडल, वकील तथा कई जन-प्रतिनिधि मौजूद रहे।