कैग की रिपोर्ट ने खोली सरकार की पोल-राकेश राणा
गढ़ निनाद समाचार* 8 मार्च 2021।
नई टिहरी। जिला कांग्रेस कमेटी टिहरी गढ़वाल के अध्यक्ष राकेश राणा ने कहा कि हम लगातार 4 वर्षों से जनपद में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने को लेकर सरकार से मांग कर रहे हैं । जब जिला चिकित्सालय बौराड़ी टिहरी को राज्य सरकार पीपीपी मोड में देने जा रही थी तब भी हमने इसका पूर्ण रूप से विरोध किया। क्योंकि पीपीपी मोड में दिए गए अस्पतालों के रिजल्ट अच्छे नहीं थे।
कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने जिला चिकित्सालयों को एक बेहतर मॉडल के रूप में बनाने का काम किया। लेकिन वर्तमान भाजपा सरकार ने सिर्फ अरबों रुपए ठिकाने लगाने के लिए जिला चिकित्सालय और संयुक्त चिकित्सालयों को पीपीपी मोड में देकर यहां के जनमानस के साथ कुठाराघात किया है। उन्होंने कहा आज इस बात पर उत्तराखंड नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) के द्वारा भी सदन में रखी गई रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है।
कैग ने कहा की उत्तराखंड के जनपद मुख्यालय एवं संयुक्त चिकित्सालयों की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है जिसका खामियाजा आम गरीब लोगों को भुगतना पड़ रहा है। अस्पतालों में डॉक्टरों ,नर्सों, दवा, पैथोलॉजी एक्स-रे अल्ट्रासाउंड आदि जांच की भारी कमी है।
कैग ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि पूरे प्रदेश में राज्य सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं पर बिल्कुल ध्यान नहीं दिया जिससे आज गरीब आदमी का इलाज सरकारी अस्पताल में ना होकर प्राइवेट अस्पताल में हो रहा है।
जिला चिकित्सालय एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, अति प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में बहुत बड़े स्तर पर लापरवाही होती है। राकेश राणा ने कहा कि कुछ दिन पूर्व जिला अस्पताल में दाएं हाथ फैक्चर होने पर बाएं हाथ में प्लास्टर चढ़ाये जाने का भी बहुत बड़ा उदाहरण अभी कुछ दिनों पूर्व में आया है ।
जिला चिकित्सालय में ब्लड की भारी कमी है। टिहरी जनपद जो कि दैवीय आपदा के साथ-साथ मानव जनित आपदा का केंद्र भी है वहीं जिला चिकित्सालय मात्र रेफरल सेंटर बन के रह गया है।
वर्ष 2018 दिसंबर में जिला चिकित्सालय की दैनिक ओपीडी लगभग 600 हुवा करती थी लेकिन जबसे जिला चिकित्सालय पीपीपी मोड में दिया गया तब से दैनिक OPD मात्र दो ढाई सौ रह गई है। राणा ने कहा कि आज प्रदेश का स्वास्थ्य महकमा पूरे देश में 17 वें पायदान पर पहुंच गया है जो गम्भीर चिंता का विषय है।