कर्मचारियों के हितों पर कुठाराघात बर्दाश्त नहीं होगा- केशव गैरोला
घनसाली,28 मई 2021। लोकेंद्र जोशी।
जिलाधिकारी पिथौरागढ़ के द्वारा 27 मई को अपने कार्यालय में तैनात वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी श्री प्रविंद्र सिंह डीनिया के साथ गाली गलौज कर उनके ऊपर फाइल फेंकना और इसके साथ ही सेवा नियमावली में प्रतिकूल प्रविष्टि किए जाने की प्रांतीय मिनिस्टीरियल कर्मचारी संघ ने के घोर निंदा की है, जिसका प्रांतीय कलेक्ट्रेट मिनिस्ट्रियल संघ समर्थन करता है। संघ ने डीएम से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की है।
जिलाधिकारी पिथौरागढ़ के इस हिटलरशाही व्यवहार का जनपदीय कलेक्ट्रेट मिनिस्ट्रियल कर्मचारी संघ और उसके जनपदीय घटक दलों ने जिलाधिकारी कार्यालय में एकत्रित होकर जिलाधिकारी पिथौरागढ़ के समक्ष अपना आक्रोश व्यक्त किया। इस आशय की जानकारी उत्तराखंड मिनिस्ट्रियल कर्मचारी संघ के प्रांतीय महामंत्री केशव गैरोला ने एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी है।
आपको बताते चलें कि दिनांक 27 मई 2021 को जिलाधिकारी पिथौरागढ़ के द्वारा वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी/प्रभारी अधिकारी श्री प्रविंद्र सिंह डीनिया के साथ गाली गलौज करते हुए अभद्रता की गई और उनके ऊपर फाइल फेंक कर उनकी सेवा नियमावली में प्रतिकूल प्रविष्टि की गई है। उत्तराखंड कलेक्ट्रेट मिनिस्ट्रियल कर्मचारी संघ एवं उसके संबंधित घटको ने जिलाधिकारी के इस गलत व्यवहार की कड़ी निंदा की है। तथा डीएम से तत्काल सार्वजनिक रूप से माफी मांगने और प्रतिकूल प्रविष्टि वापस लेने की मांग की है।
प्रांतीय महामंत्री केशव गैरोला ने कहा कि जिलाधिकारी पिथौरागढ़ के गैर जिम्मेदाराना रवैया के विरुद्ध आज दिनांक 28 मई को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से केंद्रीय कार्यकारिणी की बैठक प्रांतीय अध्यक्ष श्री दीपक राजपूत की अध्यक्षता में की गई। बैठक में निर्णय लिया गया कि यदि जिलाधिकारी पिथौरागढ़ के द्वारा सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगी गई और प्रशासनिक अधिकारी प्रविंद्र सिंह डीनिया के विरुद्ध की गई एकतरफा कार्रवाई को वापस नहीं लिया गया तो कर्मचारी पूरे प्रदेश स्तर पर आंदोलन करेंगे।
गैरोला ने कहा कि डीएम द्वारा की गई एक तरफ़ा कार्रवाई से राज्य भर के कर्मचारियों में भारी आक्रोश व्याप्त है। जिसके प्रकरण जांच की मांग कमिश्नर महोदय से भी की गई है।
गैरोला ने केंद्रीय कार्यकारिणी के निर्णय का हवाला देते ऐसे समय में जबकि राज्य का प्रत्येक कर्मचारी जी जान से कोविड-19 के विरुद्ध जनता की सुरक्षा हेतु रात दिन ने किया हुआ है ऐसे समय में जिलाधिकारी पिथौरागढ़ के द्वारा एक वरिष्ठ राज्य कर्मी के साथ दुर्व्यवहार किया जाना कर्मचारियों के मनोबल को तोड़ जाना बहुत ही निंदनीय है।