जौनपुर के युवाओं ने उठाया पानी के टैंकों की साफ सफाई का बीड़ा, अबतक 35 टैंकों की कर चुके सफ़ाई
नई टिहरी। जहाँ एक तरफ वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के चलते शासन प्रशासन स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ साथ सभी सामाजिक कार्यकर्ता इस कोरोना महामारी में बचाव कार्य हेतु लगे है। वहीं दूसरी ओर टिहरी जनपद के विकासखंड जौनपुर के अंतर्गत जौनपुर के पत्रकार विरेन्द्र वर्मा व उनके साथ अनेक युवाओं ने भी जनसेवा हेतु मन बनाया और गाँव गाँव जाकर जल स्रोत के साथ साथ जितने भी पानी के टैंक है उन्हें निस्वार्थ भाव से साफ करने का बीड़ा उठाया है ।
अभी तक इस टीम के द्वारा 10 ग्राम पंचायतों में जाकर 35 छोटे बड़े टैंक साफ किये जा चुके हैं और इस संदेश को पूरे जनपद में में फैलाना चाहते हैं। इन टैंकों में कीचड़ के साथ-साथ दर्जनों किस्म के कीड़े मकोड़े भी देखने मिल रहे है, लेकिन टीम बेझिझक होकर टैंकों में उतर कर सारा कीचड़ उठा रही है और टैंकों की साफ सफाई कर रही है। ताकि लोगों मि साफ पानी मिल सके।
वीरेंद्र वर्मा का कहना है कि दूषित पानी के सेवन से चर्म रोग, पेट रोग, पीलिया, हैजा, दस्त, उल्टियां, टाइफाइड बुखार आदि अनेक रोगों का खतरा बना रहता है। जब जिला प्रशासन के साथ-साथ संबंधित विभाग व अन्य जनप्रतिनिधियों से युवाओं द्वारा ब्लीचिंग पाउडर आदि जरूरी सामान की मांग की गई तो उन्हें निराशा ही हाथ लगी । क्योंकि यह युवा इस नेक कार्य करने हेतु अपना अमूल्य समय देकर श्रमदान तो कर रहे हैं, लेकिन संसाधनों के अभाव के कारण इस प्रकार का कार्य करना असंभव है। टीम के सदस्य चार चार किलोमीटर चल कर भी युवा इस नेक कार्य को कर रहे हैं जिसकी सोशल मीडिया पर खूब सराहना की जा रही है।
सोशल मीडिया के माध्यम से जब इन युवाओं ने जन जागरूकता फैलाई तो कई गाँवों में युवाओं ने इस टीम से प्रेरित होकर अपने जल स्रोतों के साथ गंदे पड़े पानी के टैंकों को साफ किया जा रहा है। पहाड़ों में जितना भी पानी स्रोतों से निकल रहा है वह बहुत शुद्ध है लेकिन टैंकों में जमा पानी पीने योग्य नहीं है फिर भी लोग मजबूरी में पी रहे हैं।
युवाओं ने इस कार्य हेतु उपजिलाधिकारी धनोल्टी आईएएस संदीप तिवारी से विधिवत परमिशन ली गई है। क्षेत्र में अनेक जनप्रतिनिधि इन युवाओं का जमकर विरोध भी कर रहे हैं क्योंकि यह गाँव गाँव जाकर जिस प्रकार वहाँ के पीने के पानी की टंकियों से कीचड़ व गंदगी निकाल निकाल कर लोगों के सामने पेश कर रहे हैं उससे जनप्रतिनिधियों के साथ साथ संबंधित विभाग व ग्रामीणों की कहीं ना कहीं अवहेलना हो रही है।
कई बार जल स्रोत दूर दूर होने के कारण यह युवा दिन भर भूखे भी रह जाते हैं। सोशल मीडिया के माध्यम से हर कोई मदद करने की बात करता है लेकिन हकीकत में कोई भी आगे नहीं आ रहा है।
इस स्वच्छता अभियान में मनीष गौतम, धीरज पंवार, मुकेश रावत, ऋषभ पंवार, रमन पंवार, रोहित रांगड़, मिलन रावत, जितेन्द्र सजवाण, पंकज पंवार, रितेश पंवार , विजय आदि युवाओं ने भाग लिया है।