पवित्र मंदिरों के बोर्डो पर विधायक द्वारा अपना नाम चिपकाना गलत परम्परा- शान्ति प्रसाद भट्ट
“हमारा संविधान धर्मनिरपेक्ष है, हमारी सरकारों को भी धर्मनिरपेक्ष होना चाहिए”– शांति भट्ट
नई टिहरी। उतराखण्ड प्रदेश कांग्रेस के सचिव/ प्रवक्ता शांति प्रसाद भट्ट ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि आजकल सोशल मीडिया में टिहरी विधान सभा के माननीय विधायक जी का नाम पवित्र मंदिरों के साइन बोर्डो पर लिखा हुआ वायरल हो रहा है जो कि एक गलत परम्परा है।
कहा कि यह जनता के पैसे का दुरुपयोग है। उचित होता कि “पवित्र मंदिरों के साइन बोर्डो का पुनीत कार्य मन्दिर समितियां करती और इनपर सम्बंधित मन्दिर समितियों का ही नाम लिखा जाता। “
भट्ट ने कहा कि चूँकि अगले छः माह बाद निर्वाचन आयोग जब आदर्श आचार संहिता प्रदेश भर में लागू करेगा, तब मंदिरों के साइन बोर्डो से विद्यायक जी का नाम मिटाना पड़ेगा। अन्यथा यह आदर्श आचार सहिंता का उलंघन माना जायेगा, और भारतीय दंड सहिंता की धारा 171 में मामला दर्ज हो जाएगा।
भट्ट ने कहा कि टिहरी विधान सभा मे सड़को की दुर्दशा, पेयजल का संकट, हर घर नल योजना के फ्लॉप शो के बाद मंदिरों के साइन बोर्डो पर अपना नाम चिपकाने की यह गलत परम्परा शुरू की है। उन्होंने सवाल किया की क्या जब नये विधायक चुनकर आएंगे तो वे भी इस नाम को मिटाकर अपना नाम चिपकाएंगे।