भाजपा नेता विजय रैना ने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के चोपन के लिए अनुसूचित जनजाति आरक्षण की मांग की
कुलगाम । आज भाजपा के जिला प्रवक्ता कुलगाम विजय रैना ने कुलगाम में अपने जनसंपर्क कार्यक्रम में भारत सरकार के माननीय राज्य मंत्री श्री ए नारायणस्वामी से मुलाकात की। रैना ने उन्हें एक ज्ञापन सौंपा जिसमें लंबे समय से लंबित मांग को उजागर किया गया था कि जम्मू और कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश के खानाबदोश समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिया जा सकता है क्योंकि यह उस समुदाय द्वारा लंबे समय से लंबित मांग थी।
रैना के अनुसार यह समुदाय अतीत में पीड़ित था और अनुसूचित जनजाति समुदाय को दी जाने वाली सभी सुविधाओं से वंचित था। समुदाय ने पिछली सरकारों को पहले ही इतने सारे ज्ञापन सौंपे थे, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। यह माना जाता था कि वर्तमान सरकार गरीबों के लिए है और दबे-कुचले समुदायों के उत्थान के लिए कड़ी मेहनत कर रही है
ज्ञापन में मांग की गई है कि जम्मू-कश्मीर समुदाय का आदिवासी खानाबदोश समुदाय होने के कारण उन्हें ऊंचाई पर रहना पड़ता है और उनके लिए इतनी ऊंचाई पर अपनी आजीविका की व्यवस्था करना बहुत मुश्किल हो जाता है।
यह कि समुदाय सामाजिक, आर्थिक और शैक्षिक रूप से इतना पिछड़ा हुआ था कि वे सम्मानजनक जीवन जीने का जोखिम नहीं उठा सकते थे।
रैना ने कहा कि पिछली सभी सरकारें ने उन्हें एसटी का दर्जा देने में नाकाम रही हैं । जम्मू-कश्मीर विधानसभा ने पूर्व में वर्ष 2000 में एक प्रस्ताव पारित किया था जिसमें केंद्र सरकार से चोपनों को एसटी का दर्जा देने का आग्रह किया गया था, लेकिन आज तक इसके लिए कुछ भी नहीं किया गया है।
यही नहीं पेशेवर पदों, नौकरशाही, शैक्षणिक संस्थानों, सामाजिक-राजनीतिक संस्थानों में इन चोपनों का प्रतिनिधित्व नगण्य था।
रैना ने कहा कि चोपन को यथाशीघ्र एसटी का दर्जा दिया जाना चाहिए। इस बीच, जम्मू-कश्मीर प्रशासन को उनके विकास के लिए सलाहकार बोर्ड का गठन करना चाहिए।