दीवार क्षतिग्रस्त होने से आवासीय भवनों को खतरा,गलत संरेखण का आरोप
नई टिहरी । सामाजिक कार्यकर्ता कलीराम रतूड़ी ने लोक निर्माण विभाग घनसाली पर आरोप लगाया है कि लाटा सीताकोट भटगाँव गोनगढ़ मध्ये डुनाडगाड़- लोदस मोटर मार्ग के सिल नामे तोक मध्ये संरेखण के विरुद्ध कार्य करने से आवासीय भवन को खतरा हो गया । जो मकानों के नीचे एक दो दीवारे लगाई भी गई है वह भी क्षतिग्रस्त हो गई है।
कलीराम रतूड़ी ने कहा है कि अधिशासी अभियन्ता लोक निर्माण विभाग घनसाली संरेखण से बार-बार मकानों की सुरक्षा को लेकर आग्रह करने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं की गई। कहा कि फाउण्डेशन (नींव) खोदकर दीवार नहीं लगाई गई हैं जिससे वह क्षतिग्रस्त हो गई और मकानों को खतरा पैदा हो गया है।
रतूडी ने कहा कि खेती के लिए तो नीचे पक्के पुस्ते लगाये गये हैं लेकिन आवासीय मकानों के नीचे पक्की दीवारे नहीं लगाई गई हैं।
उन्होंने कहा कि आवासीय भवनों के नीचे सुरक्षा की दृष्टि से पक्के पुस्ते लगाए जाने अति आवश्यक हैं। कहा कि विभाग ने निजी स्वीकृत भूमि पर बगैर काश्तकार की अनुमति लिये डंपिंग जोन बना दिया गया है। आवासीय भवनों व सिंचित भूमि के बगल (समीप) गदेरे के दोनों तरफ 12 लाख रु० की लागत से नरेगा योजना के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2000-2021 में सड़क निर्माण के दौरान गदेरे के नीचे की ओर 12-12 मीटर लम्बी और 6-6 मीटर ऊंची दीवारें विभागीय ठेकेदार द्वारा छतिग्रस्त कर दी गई है। पूरे पत्थर जो कि काफी दूर से ढुलान करके लाये गये काजवे, नाला निर्माण में प्रयोग किये गये हैं। जबकि सरकारी योजना को ध्वस्त करने से पूर्व सम्वन्धित विभाग द्वारा अनापत्ति प्रमाणपत्र लिया जाना अति आवश्यक है। इससे कई पेड़ भी काट दिये गये हैं ।
रतूडी ने कहा कि ग्रामवासियों के हकहकूकों, आवागमन के रास्ते बन्द कर दिये है, क्षतिग्रस्त कर दिये गये हैं और काफी कहने के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। उन्होंने लोक निर्माण विभाग से तत्काल मकानों की सुरक्षा के लिए पक्की दीवार लगाने की मांग की है।