अंकिता भंडारी हत्या कांड की तीसरी बरसी पर घनसाली और बूढ़ा केदार में श्रद्धांजलि कार्यक्रम

टिहरी गढ़वाल। अंकिता भंडारी की निर्मम हत्या को आज तीन वर्ष पूरे हो गए। 18 सितंबर 2022 को भाजपा नेता व तत्कालीन राज्यमंत्री रहे विनोद आर्य के बेटे पुलकित आर्य और उसके साथियों द्वारा किए गए इस जघन्य हत्याकांड को लोग आज भी नहीं भूले हैं। घनसाली बाजार और बूढ़ा केदार में मंगलवार को श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित कर दिवंगत अंकिता को याद किया गया।
घनसाली में उत्तराखंड क्रांति दल परिवार की ओर से आयोजित कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि हालाँकि आरोपियों को उम्रकैद की सजा हो चुकी है, लेकिन इस मामले से जुड़े कई सवाल आज भी अनुत्तरित हैं। इनमें वंनतरा रिजॉर्ट के ध्वस्तीकरण की जिम्मेदारी, अंकिता द्वारा व्हाट्सएप चैट में उल्लेखित वीआईपी की पहचान, विनोद आर्य की संपत्तियों की जब्ती तथा सीबीआई जाँच की माँग जैसे मुद्दे शामिल हैं।
कार्यक्रम में उक्रांद नेताओं ने कहा कि सरकार की कमजोर जाँच और पैरवी के कारण महिला अपराधों में आरोपियों को कड़ी सजा नहीं मिल पाती, जिससे ऐसे मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है। उन्होंने साफ कहा कि चाहे कशिश हत्याकांड हो, किरण नेगी प्रकरण हो या अंकिता भंडारी मामला, उक्रांद पहाड़ की बेटियों को न्याय दिलाने की लड़ाई जारी रखेगा।
श्रद्धांजलि कार्यक्रम में लोकेंद्र जोशी, सुनीता रावत (महिला अध्यक्ष), आशीष कंडवाल, गणेश प्रसाद भट्ट, रघुवीर सिंह पंवार, अरविन्द राणा (नगर अध्यक्ष), राकेश प्रसाद भट्ट, दिनेश गैरोला (गुरिल्ला संगठन अध्यक्ष) समेत कई लोग मौजूद रहे।
दूसरी ओर बूढ़ा केदार बाजार में भी ग्राम प्रधान बचेंद्र सेमवाल की अध्यक्षता और डॉ. आर.बी. सिंह के संचालन में श्रद्धांजलि कार्यक्रम हुआ। यहाँ सामाजिक संगठनों से जुड़े लोगों ने मोमबत्तियाँ जलाकर और दो मिनट का मौन रखकर अंकिता की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
इस मौके पर ग्राम प्रधान बचेंद्र प्रसाद सेमवाल, शिक्षक नेता डॉ. आर.बी. सिंह, बूढ़ा केदार मंदिर समिति अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह नेगी, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य हिम्मत सिंह रौतेला, संजय सिंह रावत, नरेन्द्र सिंह चौहान, चन्द्र मोहन लसियाल, त्रेपन सिंह नेगी, बलदेव सिंह बगियाल, आशीष सेमवाल, अनिल बलोनी, राजेंद्र पंत और विनोद गैरोला सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।



