देवभूमि में मुस्लिम यूनिवर्सिटी खोलने के बयान का खंडन करे कांग्रेस — नृसिंह पीठाधीश्वर स्वामी रसिक महाराज
रायवाला, हरिद्वार। कांग्रेस उपाध्यक्ष अकील अहमद के उत्तराखंड में मुस्लिम यूनिवर्सिटी खोलने के बयान पर संत समाज ने कांग्रेस को आड़े हाथों लिया है। नृसिंह पीठाधीश्वर स्वामी रसिक महाराज ने भी इसका कड़ा विरोध करते हुए कहा कि प्रदेश में पहले से ही कई यूनिवर्सिटी चल रही है और उनमें किसी भी प्रकार का भेद नहीं है। किसी व्यक्तिगत जाति या धर्म के नाम पर उत्तराखंड में कोई यूनिवर्सिटी बनाना बिल्कुल भी सही नहीं है। उनका कहना है कि इस प्रकार की यूनिवर्सिटी बनाने का मतलब उत्तराखंड को कट्टरपंथियों के हाथों में देना है। इसका उद्देश्य उत्तराखंड को बांटना है। ठीक चुनाव के समय पर दिए गए ऐसे बयानों से समाज में वैमनस्य की भावना उत्पन्न हो रही है।
उन्होंने कहा कि देश आजाद होने के बाद से ही कांग्रेस हमेशा से तुष्टीकरण की नीति पर काम करती है। उन्होंने कहा कि एक तरफ कांग्रेस चार धाम, चार काम की बात करती है। दूसरी तरफ मुस्लिम यूनिवर्सिटी बनाने की बात करती है। उन्होंने कहा कि देवभूमि में कांग्रेस मुस्लिम यूनिवर्सिटी बनाकर क्या साबित करना चाहती है। सत्ता में रहते हुए हरीश रावत ने जुम्मे की नमाज के लिए छुट्टी दी थी और अब मुस्लिम यूनिवर्सिटी बनाने की बात कर रही है।
स्वामी रसिक महाराज ने चेतावनी देते हुए कहा कि मुस्लिम यूनिवर्सिटी खोलना तो दूर इस बारे में सोचना भी आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को महंगा पड़ेगा और इसके लिए अति शीघ्र संतो का एक प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग को शिकायत करेगा।