Ad Image

संस्कृति व संस्कारों के संरक्षण और संवर्धन के संकल्प के साथ “रिवर्स पलायन संवाद” संपन्न 

संस्कृति व संस्कारों के संरक्षण और संवर्धन के संकल्प के साथ “रिवर्स पलायन संवाद” संपन्न 
Please click to share News

टिहरी गढ़वाल 3 अप्रैल 2023। उत्तराखंड के गांवों का योग और आयुर्वेद ग्राम के रूप में विकास, देवभूमि उत्तराखंड की संस्कृति और संस्कारों के संरक्षण और संवर्धन के संकल्प के साथ पर्यटन ग्राम तिवाड़गांव में आयोजित तीन दिवसीय रिवर्स पलायन संवाद कार्यक्रम का आज समापन हो गया।

बताते चलें कि  उत्तरायणी भागीरथी विकास समिति तिवाड़ गांव मरोड़ा और संस्कार परिवार देवभूमि ट्रस्ट देहरादून द्वारा देवभूमि उत्तराखंड के गांवों को योग, आयुर्वेद, अध्यात्म का हब बनाने के उद्देश्य से तीन दिनों का “रिवर्स पलायन संवाद 2023” कार्यक्रम का आयोजन पर्यटन ग्राम तिवाड़ गांव मरोड़ा में किया गया।

उत्तरायणी भागीरथी समिति के अध्यक्ष कुलदीप पवार ने जानकारी देते हुए कहा कि समापन समारोह के दौरान तिवाड़गांव में होम स्टे चलाने वाली 32 मातृ शक्तियों, टिहरी झील में नौका चलने वाले स्थानीय उद्यमियों को आदर्श उत्तराखंडी उद्यमी सम्मान 2023 दिया गया।उनको प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह भेंट किए गए साथ ही देहरादून से विभिन्न कॉलेजों से पधारे चित्रकारों को, जिन्होंने तिवाड़ गांव की दीवारों प्र चित्र उकेरे को आदर्श उत्तराखंडी चित्रकार सम्मान 2023 से सम्मानित किया गया। उनको प्रशस्ति पत्र और मेडल अभियान संयोजक आध्यात्मिक गुरु आचार्य विपिन जोशी जी महाराज, पद्मश्री डा0 माधुरी बड़थ्वाल, महायोगी जीतानंद जी महाराज, कुलदीप पंवार,अनुराग रमोला के कर कमलों से प्रदान किए गए।

आज प्रातः कालीन सत्र में आचार्य विपिन जोशी और ऋषिकेश से पधारे अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त महायोगी जीतानंद जी महाराज ने योगाभ्यास कराया। महायोगी जीतानंद जी महाराज 450 आसनों में नौली क्रिया कर लेते हैं।

उन्होंने योग की सबसे कठिन आसनों महामुद्रा और कई प्रकार से नौली क्रिया करके सबको हैरान कर दिया। पद्मश्री डा0 माधुरी बड़थ्वाल ने आज भी मांगल गीतों का गहन अभ्यास कराया। 

कुलदीप पंवार ने बताया कि तिवाड़गांव की महिलाओं ने किसी भी होम स्टे में किसी भी कीमत में शराब और नशा न कराने का संकल्प लिया। 

कार्यक्रम में समिति के अध्यक्ष कुलदीप पंवार, प्रधान संगीता देवी, नरेंद्र रावत, दिनेश पंवार, बालम सिंह, शांति देवी, आमी रावत, पूर्णि देवी, रामराखी देवी, सुंदर सिंह रावत, बुद्धा देवी, शूरवीर सिंह, साब सिंह, आदि सैकड़ों लोग थे।


Please click to share News

Govind Pundir

Related News Stories