शिव पुराण की कथा मन को सुंदर बनाती है- नृसिंह पीठाधीश्वर स्वामी रसिक महाराज
हरिद्वार 29 मई 2023। प्रतीत नगर रायवाला में आयोजित श्री शिव महापुराण कथा समापन महोत्सव में सोमवार को प्रवचन करते हुए नृसिंह पीठाधीश्वर स्वामी रसिक महाराज ने कहा कि भक्तों से सम्मान से भगवान प्रसन्न होते हैं। इसलिए कभी भक्तों की निंदा नहीं करनी चाहिए। उनका सम्मान करना चाहिए।
कुकरेती भवन प्रतीत नगर में प्रवचन करते हुए रसिक महाराज ने बताया कि शिव पुराण की कथा मन को सुंदर बनाती है। अपने जीवन को सुखमय, सुन्दर एवं उत्तम बनाने के लिए भगवान शिव की दी शिक्षाओं पर चलना एवं मर्यादाओं का पालन करना चाहिए। शिवपुराण की कथा मन को सुंदर बनाती है। कथा सुनने से भला नहीं होता बल्कि जीवन में उतारने से भला होता है। भगवान शिव के मंदिर में घर से लाए पानी को चढ़ाने से काल सर्प दोष का निवारण होता है। उन्होंने बताया कि गौ माता में 33 करोड़ देवी देवताओं का वास है इसलिए गाय को रोटी देने से पितृ दोष निवारण होता है। बताया कि जो व्यक्ति भक्तों की निदा करता है वह साक्षात भगवान की निदा करता है इसलिए भक्तों का सम्मान करना चाहिए उसी में भगवान का भी सम्मान है। भगवान अपने भक्तों के सम्मान से बहुत प्रसन्न होते हैं और उन्हें सुख समृद्धि उन्नति प्रदान करते है।
नश्वर जीवन में अंत समय में प्रभु का नाम ही साथ जाएगा। इसलिए प्राणी को जीवन में धर्म संस्कारों के अनुरूप जीवन यापन करते हुए लोक कल्याण में सहयोग देते रहना चाहिए। जीवन में भक्ति के साथ-साथ दान का बहुत महत्व है। साधन संपन्न लोगों को अधिक से अधिक दान पुण्य करके जरूरतमंदों की सेवा करनी चाहिए। दान करने वालों पर सदैव प्रभु की कृपा बनी रहती है। धर्म ग्रंथों के प्रचार प्रसार को तेज करने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि केवल अध्यात्मिक ज्ञान ही समाज को कुरीतियों से मुक्त करवा कर समृद्ध बना सकता है।
रायवाला में पत्रकारों से बातचीत करते हुए संत रसिक महाराज ने कहा कि कलयुग में मनुष्य अपने ही विचारों से द्वंद युद्ध करता नजर आ रहा है। उन्होंने कहा कि सतयुग में दो ग्रहों के बीच में युद्ध चला त्रेता युग में दो देशों के बीच में युद्ध चला द्वापर युग में दो भाइयों के बीच में युद्ध चला और कलयुग में मनुष्य अपने ही विचारों से लड़ रहा है उन्होंने कहा कि धर्मशाला में आने का मकसद लोगों को धर्म सत्ता के प्रति जागरूकता लाना है तथा सनातन धर्म का प्रचार करना है बता दे महंत पुनीत गिरी मौजूदा समय में धर्मशाला के कोतवाली बाजार में शिव पुराण कथा का वाचन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा की उपस्थिति मात्र से ही जनता का कल्याण हो जाता है। उन्होंने कहा कि 51 वे दलाई लामा भी अपने विचारों का आदान-प्रदान लगातार करते रहते हैं जिसका लाभ हर धर्म हर वर्ग के लोगों को लेना चाहिए। उन्होंने कहा जो समष्टिगत संत है उन्हें समाज से कोई खतरा नहीं है बल्कि वह तो समाज को जोड़ने की कोशिश करते हैं और लोगों का मार्गदर्शन करते हैं।व्यष्टिगत संत जेल में भी हैं और बाहर भी है। उन्होंने कहा जिस तरह पाप और पुण्य छुट्टी के हर प्राणी पर होता है उसी तरह से पाप और पुण्य संतों पर भी लागू होता है जो संत जैसा करेगा उसे उसी तरह से फल मिलेगा।
आज समापन दिवस पर विशाल भण्डारा भी आयोजित किया गया। इस अवसर पर सिद्धेश्वर प्रसाद कुकरेती, सुभागा देवी, विकास कुकरेती, रश्मि देवी, रवि कुकरेती, ज्योति कुकरेती, गीता डबराल एवं बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।