श्रीदेव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय ने स्नातक तथा स्नातकोत्तर स्तर के मुख्य एवं व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के परीक्षाफल किये घोषित
टिहरी गढ़वाल 3 अक्टूबर। श्रीदेव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय ने स्नातक तथा स्नातकोत्तर स्तर पर संचालित सत्र 2022-23 के परीक्षा परिणाम घोषित कर दिये हैं ।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 एन0के0 जोशी द्वारा अधिकारियों एवं परीक्षा विभाग के कार्मिकों को प्रतिदिन दिये जा रहे दिशा-निर्देशों एवं प्रो0 जोशी द्वारा परीक्षा परिणामों की मोनेटरिंग के फलस्वरूप विश्वविद्यालय द्वारा स्नातक स्तर के बी0ए0, बी0एस0सी0, बी0काॅम0 तथा बी0काॅम आनर्स के सेमेस्टर पद्धति के चतुर्थ एवं षष्टम सेमेस्टर तथा वार्षिक पद्धति के द्वितीय एवं तृतीय वर्ष के समस्त परीक्षा परिणाम तथा स्नातकोत्तर स्तर पर कला संकाय के अर्थशास्त्र, शिक्षा शास्त्र, कला, भूगोल, अंग्रेजी, इतिहास, गृह विज्ञान, संगीत, राजनीति शास्त्र, संस्कृत, समाजशास्त्र द्वितीय एवं चतुर्थ सेमेस्टर एवं विज्ञान संकाय के गणित, मानव विज्ञान, वनस्पति विज्ञान, रसायन विज्ञान, रक्षा एवं अध्ययन, भू-गर्भ विज्ञान, भौतिक विज्ञान, जन्तु विज्ञान के द्वितीय एवं चतुर्थ सेमेस्टर एवं वाणिज्य संकाय के एम0काॅम0 के द्वितीय एवं चतुर्थ सेमेस्टर के परीक्षा परिणाम विश्वविद्यालय की अधिकारिक वेबसाईट www.sdsuv.net पर घोषित कर दिये गये हैं ।
इसके साथ ही व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के अन्र्तगत समस्त पाठ्यक्रमों के विषम सेमेस्टर के समस्त परीक्षा परिणाम विश्वविद्यालय द्वारा घोषित कर दिये गये हैं, जल्द ही एन0ई0पी0 द्वितीय सेमेस्टर के परीक्षा परिणाम भी घोषित कर दिये जायेंगे।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 एन0के0 जोशी ने बताया कि सभी अध्ययनरत् छात्र-छात्राएं विश्वविद्यालय की अधिकारिक वेबसाईट पर अपना परीक्षा परिणाम देख सकते हैं तथा स्नातकोत्तर कक्षाओं में प्रवेश ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक सत्र 2023-24 को नियंत्रित करने एवं सुचारू रूप से संचालित करने हेतु विश्वविद्यालय द्वारा पूर्ण प्रयास किया जा रहा है तथा भविष्य मे भी ससमय समस्त परीक्षा परिणामों को प्राथमिकता के आधार पर घोषित करने हेतु विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक प्रो0(डाॅ0) वी0पी0 श्रीवास्तव को निर्देशित किया गया है।
कुलपति प्रो. जोशी ने उक्त परीक्षा परिणाम जारी होने पर प्रशंसा व्यक्त की व परीक्षा विभाग के कार्मिकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में मानव संसाधनों की अत्यधिक कमी के बावजूद भी वि० वि० के कार्मिकों द्वारा दिन-रात कढी मेहनत के फलस्वरूप ही उपरोक्त समस्त परीक्षा परिणामों को घोषित करने में विश्वविद्यालय सफल हो पाया है।