दो दिवसीय स्टार्टअप बूट कैंप में छात्राओं ने सुझाए पहाड़ी उत्पाद व्यापार के कारगर उपाय
टिहरी गढ़वाल 16 फरवरी। शहीद बेलमती चौहान राजकीय महाविद्यालय पोखरी क्वीली, टिहरी गढ़वाल में प्राचार्य डॉ. शशिबाला वर्मा के निर्देशन में महाविद्यालय की डी. यू. वाय. समिति द्वारा भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान अहमदाबाद और उच्च शिक्षा विभाग, उत्तराखंड सरकार के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित दो दिवसीय स्टार्टअप बूट कैंप का आयोजन करवाया गया।
कार्यक्रम में क्रियान्वयन समिति, आई यू डी आई, अहमदाबाद के पदाधिकारी श्री दीपक चौहान ने समस्त छात्र-छात्राओं को देवभूमि उद्यमिता विकास योजना के विषय में जानकारी प्रदान करते हुए बताया कि वर्तमान में अध्ययन के साथ-साथ छात्र-छात्राओं को अपने भविष्य को अन्य विकसित देशों की भांति विकास के स्तर तक पहुंचाने के लिए आवश्यक है कि वह पढ़ाई के साथ-साथ अपने भीतर व्यवसाय तथा स्वरोजगार के कौशल को निखारने की कला का ज्ञान भी अवश्य प्राप्त करें। साथ ही छात्रों को नवीन उद्यम, व्यवसाय तथा स्वरोजगार से जोड़ने हेतु विभिन्न पहलुओं पर विशेष जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम में उत्तराखंड राज्य के सभी राजकीय महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं को विस्तारपूर्वक समझाया गया कि किस प्रकार वे अपने कौशल को विकसित कर स्थानीय उत्पादों को उपयोग में लाकर नवीन रोजगार स्थापित कर सकते हैं। कार्यक्रम में महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा दिए गए सुझावों को अमल में लाते हुए विस्तार पूर्वक छात्र-छात्राओं को अपने सुझाव कार्यशाला में प्रस्तुत करने का अवसर क्रियान्वयन समिति द्वारा प्रदान किया गया। इसमें महाविद्यालय, पोखरी, क्वीली, टिहरी गढ़वाल की बी. ए. प्रथम सेमेस्टर की छात्रा कुमारी सावित्री, कुमारी मीनाक्षी, अंजली, ने अपने सुझाव में पहाड़ के स्थानीय उत्पाद भिमल के पेड़ की छाल से बनने वाले शैंपू के विषय में बताया कि किस प्रकार पुराने समय में भिमल की छाल का इस्तेमाल पहाड़ की युवतियों द्वारा अपने बालों को धोने के लिए किया जाता था। यदि औषधीय गणों से परिपूर्ण इस पहाड़ी उत्पाद को नवीन तरीके से शैंपू के रूप में निर्मित कर रोजगार के रूप में अपनाया जाए, तो यह काफी कारगर साबित हो सकता है। छात्रा सावित्री के इस सुझाव को क्रियान्वयन समिति द्वारा काफी सराहा गया। छात्रा के सुझाव की प्रशंसा करते हुए उनके द्वारा छात्रा के सुझाव को योजनाबद्ध करने हेतु मार्गदर्शन प्रदान किया गया और किस प्रकार वह अपनी इस योजना को एक मूर्त रूप देकर स्वरोजगार को प्राप्त करने में सफल हो सकती है।
कार्यक्रम में डी. यू. वाई. समिति की सदस्य श्रीमती सरिता सैनी, डॉ. सुमिता पंवार, श्री अंकित सैनी और महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. मुकेश सेमवाल, डॉ. विवेकानंद भट्ट, डॉ. बंदना सेमवाल तथा समस्त शिक्षणेत्तर कर्मचारी उपस्थित रहे।