भारतीय ज्ञान परंपरा का उन्नयन एवं एवं सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण विषय पर सात दिवसीय संकाय संवर्धन कार्यक्रम (एफ.डी.पी.) कल से शुरू
ऋषिकेश 3 मार्च। श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के पंडित ललित मोहन शर्मा परिसर, ऋषिकेश के भारतीय पारंपरिक ज्ञान उत्कृष्टता केंद्र और संकाय संवर्धन केंद्र द्वारा 04 मार्च 2024 से 12 मार्च 2024 तक “भारतीय ज्ञान परम्परा का उन्नयन एवं सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण” पर एक संकाय संवर्धन कार्यक्रम (एफडीपी) हाइब्रिड मोड में आयोजित किया जाएगा।
कार्यक्रम की सूचना देते हुए भारतीय पारंपरिक ज्ञान उत्कृष्टता केंद्र की निदेशक प्रोफेसर कल्पना पंत ने बताया कि इस कार्यक्रम के दौरान, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त संस्थानों के प्रख्यात विद्वान गौरवमयी भारतीय विरासत के विभिन्न पहलुओं यथा दर्शन, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, चिकित्सा, संगीत, अध्यात्मवाद, ज्ञान प्रणाली आदि पर प्रकाश डालेंगे जो प्रतिभागी संकाय सदस्यों को प्राचीन भारत की समृद्ध परंपराओं और उपलब्धियों के बारे के विषय में ज्ञान संवर्धन करेंगे जिससे राष्ट्र की वर्तमान पीढ़ी को समृद्ध अतीत को पहचानने का मार्ग प्रशस्त होगा और प्राचीन ज्ञान के विशाल भण्डार की खोज में अग्रेत्तर अध्ययन का मार्ग प्रशस्त करेगा।
इस अवसर पर श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो एन के जोशी एवं परिसर के निदेशक प्रो महावीर सिंह रावत द्वारा इस फैकेल्टी डेवलपमेंट कार्यक्रम को विश्वविद्यालयमहाविद्यालय में कार्यरत शिक्षकों के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत बहुत महत्वपूर्ण बताया।