समृद्ध, टिकाऊ और न्यायसंगत भविष्य बनाने के लिए कंप्यूटिंग और डेटा विश्लेषण की तकनीक का करें उपयोग- प्रो एन के जोशी
कुलपति ने किया श्रीदेव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय के पंडित ललित मोहन शर्मा परिसर ऋषिकेश के द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस का उद्घाटन
ऋषिकेश 20 अप्रैल 2024 । श्रीदेव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय के पंडित ललित मोहन शर्मा परिसर ऋषिकेश के द्वारा आयोजित “संचार, कंप्यूटिंग और डेटा एनालिटिक्स के प्रतिमान” विषयक दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस का उद्घाटन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो एन के जोशी ने किया ।
उद्घाटन सत्र में प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो जोशी ने कहा कि इस सम्मेलन के विषय संचार, कंप्यूटिंग और डेटा विश्लेषण, तकनीकी नवाचार और सामाजिक परिवर्तन में वर्तमान परिदृश्य में सबसे आगे हैं। आज की परस्पर जुड़ी दुनिया में, प्रभावी ढंग से संचार करने, डेटा की शक्ति का उपयोग करने और कंप्यूटिंग प्रौद्योगिकियों का लाभ उठाने की क्षमता पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है। नए प्रतिमानों की खोज करके हमारे पास सकारात्मक बदलाव लाने और भावी पीढ़ियों के लिए एक बेहतर दुनिया बनाने का अवसर है।
उन्होंने कहा कि इन प्रगतियों के साथ उद्योगों में क्रांति लाने, समाज में बदलाव लाने और दुनिया भर में लोगों के जीवन में सुधार लाने के अवसर तथा नवीन समाधान, नैतिक विचारों और अंतःविषय सहयोग की मांग सम्बन्धी चुनौतियाँ भी आती हैं। । उन्होंने शोधार्थियों से कहा कि हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि तकनीकी के विस्तार के साथ बड़ी जिम्मेदारी भी आती है। जैसे-जैसे हम बड़े डेटा, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और डिजिटल संचार के क्षेत्र में गहराई से उतरते हैं, हमें नैतिकता, गोपनीयता और सामाजिक न्याय के सतर्क संरक्षक बने रहना चाहिए। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हमारे नवाचार अधिक से अधिक लोगों का भला करें और किसी को भी पीछे न छोड़ें। हम सभी के लिए अधिक समृद्ध, टिकाऊ और न्यायसंगत भविष्य बनाने के लिए संचार, कंप्यूटिंग और डेटा विश्लेषण की शक्ति का उपयोग करें। उन्होंने आयोजक समिति को सफल कांफ्रेंस के आयोजन के लिए बधाई दी।
परिसर निदेशक प्रो महावीर सिंह रावत ने स्वागत सम्बोधन में कहा कि यह सम्मेलन नवाचार, सहयोग और परिवर्तनकारी परिवर्तन के लिए उत्प्रेरक बनेगा।उन्होंने शोधार्थियों से इस अवसर का अधिक लाभ उठाने की अपील की| उन्होंने परिसर में आधुनिक महत्वपूर्ण विषय पर अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित होने पर प्रसन्नता व्यक्त की।
कांफ्रेंस के आयोजक सचिव गणित विभाग के डॉ गौरव वार्ष्णेय ने उद्घाटन सत्र में उपस्थित सभी अतिथियों तथा प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कांफ्रेंस में आयोजित होने वाले विभिन्न सत्रों की जानकारी दी| उन्होंने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस में देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों के साथ अल्जीरिया, इराक, कज़ाख़स्तान, मोरक्को, सर्बिआ, संयुक्त राष्ट्र अमेरिका, वियतनाम आदि देशों के शोधार्थी आभासीय माध्यम से प्रतिभाग कर अपना शोध पत्र प्रस्तुत करेंगे| उन्होंने विश्वविद्यालय एवं परिसर के विषय में जानकारी दी ।
विशिष्ट अतिथि डीन विज्ञान संकाय प्रो गुलशन धींगरा ने कहा कि इस कांफ्रेंस के विषय संचार, कंप्यूटिंग और डेटा एनालिटिक्स आज अत्यंत उपयोगी हैं, इस अंतरष्ट्रीय कांफ्रेंस के माध्यम से हमें शोध के लिए संयुक्त अभियान और मानवीय समझ की सीमाओं को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता से एकजुट होना।
सॉफ्ट कंप्यूटिंग रिसर्च सोसाइटी के महासचिव साउथ एशियन यूनिवर्सिटी के डॉ जगदीश चंद्र बंसल ने कहा कि श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय गुणवत्तापूर्ण शोध के क्षेत्र में सराहनीय कार्य कर रहा है। सोसाइटी के तकनीकी प्रायोजन में यहाँ समय समय पर अंतराष्ट्रीय कांफ्रेंस तथा कार्यशाला आयोजित की जाएंगी।
पहले दिन कीनोट स्पीकर आई आई टी कानपुर के प्रो प्रोफेसर निश्चल कुमार वर्मा ने डाटा साइंस विषय पर व्याख्यान दिया । विभिन्न देशों के 45 शोधार्थियों ने शोधपत्र प्रस्तुत किये। कुलपति प्रो जोशी ने कांफ्रेंस की सारांश पुस्तिका का विमोचन भी किया| गणित विभागाध्यक्ष प्रो अनीता तोमर ने सभी का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर डीन कला संकाय प्रो डी सी गोस्वामी, डीन वाणिज्य संकाय प्रो कंचन लता सिन्हा, प्रो दीपा शर्मा, डॉ शिवांगी उपाध्याय, शिखा वार्ष्णेय, दीपक उपाध्याय, राहुल सुयाल, संजय तिवारी, संजीव सेमवाल, सजल पाल, कौशल कुमार, शिवानी रावत, नितिन गुप्ता, मोनिका पुरोहित, मनीष सिंह सहित परिसर के समस्त विभागाध्यक्ष एवं प्राध्यापकों के साथ बी सी ए के छात्र छात्राओं ने प्रतिभाग किया।
कांफ्रेंस का आयोजन सॉफ्ट कंप्यूटिंग रिसर्च सोसाइटी के तकनीकी प्रायोजन में किया गया। कांफ्रेंस के दूसरे दिन नज़रबायेव विश्वविद्यालय कजाकिस्तान के प्रो प्रोफेसर प्रशांत जम्वाल ने रोबोटिक्स तथा आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस विषय पर व्याख्यान देंगे।