टिहरी प्रेस क्लब में सूचना का अधिकार अधिनियम पर कार्यशाला का आयोजन: पारदर्शिता, सुशासन और जनसहभागिता पर जोर
सूचना का अधिकार: एक औजार, न कि हथियार- योगेश भट्ट
नई टिहरी, 02 जून 2024। आज रविवार को प्रेस क्लब, नई टिहरी में एक महत्वपूर्ण कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें उत्तराखंड सूचना आयोग के आयुक्त श्री योगेश भट्ट ने सूचना का अधिकार अधिनियम (आरटीआई) के महत्व और उपयोगिता पर प्रकाश डाला। कार्यशाला का आयोजन न्यू टिहरी प्रेस क्लब के तत्वावधान में किया गया, जिसमें नागरिक मंच, राज विद्या केंद्र और बार एसोसिएशन के सदस्य भी उपस्थित थे।
आरटीआई अधिनियम: पारदर्शिता और सुशासन का माध्यम
सूचना आयुक्त श्री योगेश भट्ट ने आरटीआई अधिनियम को सबसे प्रभावशाली कानून बताया, जिसका मुख्य उद्देश्य पारदर्शिता, सुशासन और भ्रष्टाचार से मुक्ति पाना है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि बच्चों को स्कूलों में आरटीआई के संबंध में पढ़ाया जाना चाहिए ताकि वे बचपन से ही इस अधिकार के महत्व को समझ सकें। श्री भट्ट ने यह भी कहा कि समय-समय पर जन जागरूकता कार्यशालाओं का आयोजन आवश्यक है ताकि आम जनता इस अधिनियम का सही उपयोग कर सके।
मीडिया की भूमिका और नैतिक जिम्मेदारियाँ
आयुक्त ने मीडिया की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया और कहा कि मजबूत लोकतंत्र में जनसहभागिता सुनिश्चित करने में मीडिया का अहम योगदान होता है। मीडिया को अपनी नैतिक जिम्मेदारियों का पालन करते हुए दोहरी भूमिका निभानी चाहिए। उन्होंने कहा कि जनता से संपर्क और संवाद के माध्यम से स्वयं जागरूक होकर अन्य को जागरूक करना होगा और खामियों पर अमल कर सर्वजन हिताय की भावना से उन्हें सुधारने में सहयोग देना होगा।
सूचना का अधिकार: एक औजार, न कि हथियार
अपने अनुभव साझा करते हुए श्री भट्ट ने बताया कि आरटीआई अधिनियम के तहत आम आदमी को व्यापक अधिकार दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि अधिनियम को एक औजार के रूप में इस्तेमाल किया जाना चाहिए, न कि हथियार के रूप में। इस अधिनियम के माध्यम से अतीत की गलतियों को सुधारने की दिशा में कार्य किया जा सकता है।
कार्यशाला का शुभारंभ और स्वागत
कार्यशाला का शुभारंभ आयुक्त श्री योगेश भट्ट द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। प्रेस क्लब अध्यक्ष शशी भूषण भट्ट ने सूचना आयुक्त सहित सभी उपस्थितों का स्वागत किया। प्रेस क्लब महामंत्री गोविंद पुंडीर ने कार्यक्रम का संचालन किया और आयुक्त का धन्यवाद संदेश पढ़कर भेंट किया साथ ही उन्हें शॉल, बुके व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
वरिष्ठ साहित्यकार सोमवारी लाल सकलानी 'निशांत' ने कविता के माध्यम से सूचना के अधिकार अधिनियम को प्रस्तुत कर कार्यशाला में उपस्थित लोगों को सम्यक जानकारी के साथ-साथ मुख्य अतिथि का स्वागत भी किया।
प्रश्नोत्तरी और जानकारी साझा
इस मौके पर प्रेस क्लब, नागरिक मंच और बार एसोसिएशन के सदस्यों ने आरटीआई के संबंध में विस्तृत जानकारी दी और अधिनियम में मांगी जाने वाली सूचनाओं पर प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में तहसीलदार टिहरी राजकुमार शर्मा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
यह कार्यशाला न केवल आरटीआई अधिनियम की जानकारी प्रदान करने में सफल रही, बल्कि जनसहभागिता और पारदर्शिता को बढ़ावा देने में भी एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई।