आपदा: डीएम मयूर दीक्षित ने तोली गांव में भूस्खलन प्रभावितों को तत्काल मुआवजा और राहत प्रदान की
भारी बारिश और भूस्खलन से टिहरी गढ़वाल के तोली गांव में त्रासदी
टिहरी गढ़वाल, 27 जुलाई, 2024 । जनपद टिहरी गढ़वाल के भिलंगना विकास खण्ड के बालगंगा क्षेत्र में बीती रात भारी बारिश और भूस्खलन के कारण तोली गांव में एक मकान मलबे में दब गया, जिससे माँ बेटी की मौत हो गई। घटनास्थल पर एसडीआरएफ, पुलिस, राजस्व, और स्वास्थ्य विभाग की टीमें तुरंत पहुंचकर बचाव कार्य में जुट गईं।
बचाव कार्य और राहत
रेस्क्यू टीम ने मलबे में दबे सरिता देवी (पत्नी वीरेंद्र सिंह) और उनकी बेटी अंकिता (पुत्री वीरेंद्र सिंह) के शव बरामद किए। शवों का पंचनामा कर आवश्यक कार्यवाही की गई। घायल वीरेंद्र सिंह को प्राथमिक उपचार के बाद पीएचसी बेलेश्वर ले जाया गया। मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये की राहत राशि के चेक दिए गए। साथ ही, आवास क्षति के लिए 1 लाख 35 हजार रुपये का चेक भी तुरंत उपलब्ध कराया गया। इसके अतिरिक्त, 2 पशुओं की हानि की जांचोपरांत मुआवजा राशि के चेक वितरित किए गए।
अधिकारियों का दौरा और निर्देश
घटना की सूचना मिलने पर विधायक घनसाली और जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने मौके पर पहुंचकर गांव और क्षेत्र का दौरा किया। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को आपदा क्षति का आंकलन कर नियमानुसार मुआवजा देने के निर्देश दिए। बीईओ भिलंगना को बच्चों की सुरक्षा के दृष्टिगत अगले तीन दिन (सोमवार, मंगलवार और बुधवार) के लिए स्कूलों में अवकाश घोषित करने के निर्देश दिए गए। लोनिवि के अधिकारियों को सड़क से मलबा हटाने और पानी निकासी के लिए नाली बनाने को कहा गया।
अन्य नुकसान और व्यवस्थाएं
तोली गांव में 12 पशुओं की हानि की सूचना प्राप्त हुई है। राजकीय जूनियर हाई स्कूल तिनगढ़ के क्षतिग्रस्त होने, बुढ़ाकेदार-तिनगढ़-जाखणा रिंग रोड के वाशआउट/मलबा आने से अवरुद्ध होने, पेयजल लाइनों, सिंचाई नहरों के क्षतिग्रस्त होने और विद्युत आपूर्ति बाधित होने की भी जानकारी मिली है। जिलाधिकारी ने सभी संबंधित अधिकारियों को गांव में रहकर सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के निर्देश दिए।
अस्थाई राहत शिविर
तिनगढ गांव के लोगों को सुरक्षित निकालकर 50 से अधिक लोगों को अस्थाई राहत शिविर में रा.ई.का. बिनकखाल में स्थानांतरित किया गया है। जिलाधिकारी ने शिविर का निरीक्षण कर संबंधित अधिकारियों को सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए, जिसमें तीनों समय का खाना, बच्चों के लिए दूध, शुद्ध पेयजल, साफ-सफाई, डॉक्टर और आवागमन के लिए वाहन व्यवस्था शामिल है। महिलाओं के लिए अलग कक्ष की भी व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए।
भीगून और तोली गांव के लोगों के लिए जी.आई.सी. कोट बिशन स्कूल में भी अस्थाई राहत शिविर बनाए गए हैं। तिनगढ के निवासियों ने सिंचाई नहरों की सफाई और विस्थापन की मांग की, जिस पर जिलाधिकारी ने गांववालों और अधिकारियों को भूमि चिन्हित करने को कहा। बिनकखाल में ग्रामीणों ने बंदरों के आतंक से निजात दिलाने की मांग की, जिसके लिए डीएफओ को पिंजरा लगाने के निर्देश दिए गए।
इस मौके पर सीओ टिहरी औसीन जोशी, एसडीएम घनसाली अपूर्वा सिंह, तहसीलदार महेशानंद, नायब तहसीलदार बीरम सिंह, प्रधान तोली रमेश सिंह, प्रधान भीगून रीना देवी, और क्षेत्र पंचायत सदस्य सहित रेखीय विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।