महाविद्यालय अगस्त्यमुनि में हरेला पर्व का हर्षोल्लास के साथ आयोजन
रुद्रप्रयाग, 16 जुलाई 2024: राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अगस्त्यमुनि रूद्रप्रयाग में हरेला पर्व का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम महाविद्यालय के नमामि गंगे और राष्ट्रीय सेवा योजना प्रकोष्ठ, अगस्त्यमुनि रेंज रुद्रप्रयाग वन प्रभाग और “यादें: एक पर्यावरणीय अभियान” के संयुक्त तत्वावधान में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
इस अवसर पर महाविद्यालय परिसर में पीपल, जामुन, मोरपंखी आदि पौधों का रोपण किया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. दलीप सिंह बिष्ट ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि हरेला पर्व का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि प्रत्येक व्यक्ति इस पर्व पर एक पौधा रोपण कर उसके संरक्षण की जिम्मेदारी लेता है, तो पर्यावरण को दूषित होने से बचाया जा सकता है। उन्होंने विशेष रूप से अपने स्वजनों की याद में एक पीपल लगाने का आग्रह किया।
राष्ट्रीय सेवा योजना के वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ. विष्णु कुमार शर्मा ने वृक्षों के संरक्षण के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि यदि हम पौधों का संरक्षण करते हैं और उन्हें जीवित रखते हैं, तो वे पूरी मानव जाति को जीवित और सुरक्षित रखेंगे। उन्होंने वृक्षों के परोपकारी स्वभाव की भावना को अपनाने पर भी बल दिया।
राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी डॉ. तनुजा मौर्य ने “एक पेड़ मां के नाम” अभियान के महत्व को बताया। उन्होंने छात्र-छात्राओं को अवगत कराया कि इस अभियान में प्रधानमंत्री मोदी का प्रकृति की सेवा और मां के प्रति सम्मान का भाव निहित है और हमें इस अभियान में सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित करनी चाहिए।
नमामि गंगे के सह नोडल अधिकारी डॉ. जितेन्द्र सिंह ने हरेला पर्व के महत्व पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवी, महाविद्यालय के प्राध्यापक और कर्मचारी भी उपस्थित रहे।