40वीं खतलिंग महायात्रा का भव्य आगाज
रिपोर्ट: लोकेंद्र जोशी
टिहरी गढ़वाल 15 सितंबर 2024। खतलिंग महायात्रा, जिसे पहाड़ के गांधी इंद्रमणी बडोनी जी ने उत्तराखंड के धार्मिक और साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरू किया था, अपने 40वें वर्ष में प्रवेश कर चुकी है। इस महायात्रा का मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड को तीर्थाटन और साहसिक पर्यटन का केंद्र बनाना है, जिससे धार्मिक आस्था के साथ-साथ रोजगार के अवसर भी बढ़ सकें और राज्य से पलायन को रोका जा सके।
महायात्रा का मार्ग
यह महायात्रा घुत्तू से गंगी गांव और फिर खतलिंग ग्लेशियर तक जाती है। श्रद्धालु भगवान सोमेश्वर की पुण्य स्थली से यात्रा की शुरुआत कर रहे हैं, जिसमें रुद्रा देवी और महासूर ताल जैसे पवित्र स्थल भी शामिल हैं। यात्रा का समापन 18 सितंबर 2024 को श्री रघुनाथ मंदिर, घुत्तू में होगा, जहां सभी श्रद्धालु अपनी यात्रा को विराम देंगे।
विचार गोष्ठी और सांस्कृतिक कार्यक्रम
19 सितंबर 2024 को नवजीवन आश्रम इंटर कॉलेज, घुत्तू में यात्रा के समापन के उपलक्ष्य में एक विचार गोष्ठी और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इस गोष्ठी में पर्वतीय लोक विकास समिति, दिल्ली के तत्वावधान में इंद्रमणी बडोनी जी और यात्रा से जुड़े लोगों का सम्मान समारोह भी आयोजित होगा। इस अवसर पर स्थानीय कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जाएंगी।
उत्तरायणी पत्रिका और स्मारिका
इस महायात्रा के 40 वर्ष पूरे होने के अवसर पर एक विशेष स्मारिका, उत्तरायणी पत्रिका के माध्यम से प्रकाशित की जा रही है। इसमें यात्रा के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व पर लेख और शुभकामना संदेश आमंत्रित किए जा रहे हैं।
समापन संदेश
यह यात्रा उत्तराखंड के धार्मिक और प्राकृतिक पर्यटन को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है, जो स्थानीय निवासियों को रोजगार के अवसर प्रदान कर, राज्य के विकास में सहायक सिद्ध हो रही है। इस ऐतिहासिक यात्रा के साथ जुड़े सभी लोगों का सम्मान समारोह इस यात्रा के उद्देश्यों और इसकी अद्वितीयता को और अधिक उजागर करता है।