गढ़भोज दिवस के उपलक्ष पर श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय में गोष्ठी का आयोजन
टिहरी गढ़वाल 7 अक्टूबर 2024। गढ़भोज दिवस के अवसर पर श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय में गोष्ठी का आयोजन किया गया। पर्वतीय क्षेत्रों के उत्पादों एवं खान-पान के तौर तरीकों को संरक्षित रखने के उद्देश्य से गढ़भोज दिवस का आयोजन किया गया।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 एन0के0जोशी के निर्देशानुसार अपराह्न में विश्वविद्यालय सभागार कक्ष में उत्तराखण्ड की संस्कृति एवं खान-पान एवं जैविक फसलों के उत्पादों पर विस्तार से चर्चा की गयी। प्रो0 जोशी ने इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कार्मिकों को उत्तराखण्ड के औषधिया गुणों से भरपूर फसलों व उनसे बनने वाले उत्पादों के बारे में जानकारी दी। उन्होने बताया कि पौराणिक फसलें मनुष्य के जीवन के लिए एक वरदान है, जिनको संरक्षित रखना प्रत्येक उत्तराखण्डी की जिम्मेदारी है। उन्होने कहा कि विश्वविद्यालय स्तर पर पहाड़ी उत्पादों/भोजन के प्रचार प्रसार के लिए आवश्यक कदम उठाये जाएंगे तथा विश्वविद्यालय की बैठकों में भी औषधिया गुणों से भरपूर व्यजनों का ही इस्तेमाल भविष्य में किया जाएगा।
गोष्ठी में उपस्थित वक्ताओं ने पर्वतीय क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने पर बल दिया। पहाड़ी भोजन व व्यजंन आदि के प्रचार-प्रसार के लिए विभिन्न उपाय भी गोष्ठी में वक्ताओं द्वारा सुझाए गये।
विश्वविद्यालय के समस्त कामिकों सहित गोष्ठी में उपकुलसचिव डाॅ0 राकेश जोशी, सहायक परीक्षा नियंत्रक डाॅ0 बी0एल0 आर्य, प्र0 निजी सचिव कुलपति वरूण डोभाल उपस्थित रहे तथा गोष्ठी का संचालन सहायक परीक्षा नियंत्रक डाॅ0 हेमन्त बिष्ट द्वारा किया गया।