स्वामी रामतीर्थ का 118वां निर्वाण दिवस सादगी और श्रद्धा से मनाया गया
टिहरी गढ़वाल 17 अक्टूबर 2024। नई टिहरी में स्वामी रामतीर्थ का 118वां निर्वाण दिवस सादगी और श्रद्धा के साथ मनाया गया। इस अवसर पर वक्ताओं ने स्वामी रामतीर्थ द्वारा भारतीय संस्कृति और वेदांत दर्शन के प्रचार-प्रसार में किए गए अतुलनीय कार्यों को रेखांकित किया।
कार्यक्रम का आयोजन स्वामी रामतीर्थ फाउंडेशन द्वारा चंबा के शिवालय में किया गया, जहां वेद मंत्रोच्चार के साथ हवनकुंड में आहुति दी गई और उनके विचारों से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ने का आह्वान किया गया।
इसके पश्चात एसआरटी परिसर के बीएड विभाग में रामतीर्थ महाराज के साहित्य का वितरण किया गया। मत्स्य वैज्ञानिक प्रो. एन.के. अग्रवाल ने कहा कि स्वामी रामतीर्थ ने वेदांत दर्शन के माध्यम से समाज में राष्ट्र प्रेम और आध्यात्म का प्रसार किया और विदेशों में भी भारतीय संस्कृति की प्रतिष्ठा बढ़ाई। बीएड विभागाध्यक्ष प्रो. सुनीता गोदियाल ने कहा कि उनके व्याख्यानों ने पश्चिमी देशों में भारत के प्रति सम्मान और वेदांत दर्शन के प्रति आस्था को प्रबल किया।
फाउंडेशन के अध्यक्ष विनोद चमोली ने स्वामी रामतीर्थ को ज्ञानयोग के सच्चे उपासक बताते हुए कहा कि उनका जीवन और शिक्षाएं आज भी समाज और मानवता के लिए मार्गदर्शक हैं। उन्होंने कहा कि स्वामी रामतीर्थ का निर्वाण दिवस समाज, संस्कृति और मानवता के कल्याण के लिए प्रेरणा प्रदान करता रहेगा।
इस अवसर पर डॉ. अरुण जोशी, अनिल असवाल, रविंद्र कोठारी, डॉ. मनोज नौटियाल, डॉ. नीरज जोशी, डॉ. सुमनलता, डॉ. देवम् एम., डॉ. हेमराज, डॉ. अखिलेश गौतम, डॉ. अरविंद कुमार, संगीता, कृष्णा, अंजली और गौरव तड़ियाल सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।