नई टिहरी में उत्तराखंड राज्य आंदोलन के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित
नई टिहरी, 02 अक्टूबर 2024। उत्तराखंड राज्य आंदोलन के दौरान 02 अक्टूबर 1994 को पुलिस की गोली से शहीद हुए सात आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि देने के लिए आज शहीद स्थल नई टिहरी में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस दिन को याद करते हुए लोगों ने शहीदों की कुर्बानी को नमन किया।
आज ही के दिन तीस साल पहले रामपुर तिराहा, मुजफ्फरनगर में दिल्ली रैली में जाते समय पुलिस की बर्बर कार्रवाई में सात उत्तराखंड आंदोलनकारी शहीद हुए थे। जिनमें राजेश नेगी (उम्र 20 वर्ष), सूर्य प्रकाश थपलियाल (उम्र 20 वर्ष), सतेंद्र चौहान (उम्र 16 वर्ष), राजेश लखेड़ा (उम्र 24 वर्ष), गिरीश भद्री (उम्र 21 वर्ष), रविन्द्र रावत (उम्र 22 वर्ष) अशोक कैशिव (उम्र 24 वर्ष) शामिल हैं।
शहीद स्थल पर बड़ी संख्या में उपस्थित आंदोलनकारियों और जनसमुदाय ने इन शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इसके साथ ही उन दर्जनों घायलों और सैकड़ों आंदोलनकारियों को भी याद किया गया, जिन्होंने इस आंदोलन में जेल की यातना सही और अत्याचार सहा। इस दिन महिलाओं के साथ हुई बर्बरता की पीड़ा भी आज तक लोगों के मन में है।
श्रद्धांजलि सभा के बाद आयोजित विचार गोष्ठी में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई, जिसमें मूल निवास, भू कानून और नई टिहरी शहीद स्थल निर्माण शामिल थे। गोष्ठी में प्रमुख वक्ताओं में ज्योति प्रसाद भट्ट, किशन सिंह रावत, विक्रम सिंह बिष्ट, राकेश भूषण गोदियाल, शान्ति प्रसाद भट्ट, राजेंद्र बहुगुणा, विक्रम कथैत, श्रीमती रीता रावत, आनंद सिंह बेलवाल, शंभू भंडारी, राजेंद्र सिंह असवाल, सुंदर लाल उनियाल, कुलदीप पंवार, मुरारी लाल खंडवाल, मुशरफ अली आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन देवेंद्र नौडियाल ने किया।