बीएसएनएल की लचर सेवाओं से परेशान हैं उपभोक्ता: कार्रवाई की मांग
टिहरी गढ़वाल 22 नवंबर 2024 । टेलीकॉम इंडस्ट्री के लिए सितंबर महीना काफी चुनौतीपूर्ण साबित हुआ है। पूरे देश में बीएसएनएल, जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक नेटवर्क और बढ़े हुए टैरिफ के कारण बाहर हो गए हैं, जिससे इन कंपनियों को बड़ा झटका लगा है। बीएसएनएल के सस्ते टैरिफ के कारण लोगों ने अपने सिम इसमें पोर्ट तो करा लिए मगर स्थिति वही ढाक की तीन पात जैसी है।
टिहरी जिले के बीएसएनएल उपभोक्ताओं को कमजोर नेटवर्क और टावरों की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, जो उनकी रोजमर्रा की जिंदगी में दिक्कत पैदा कर रहा है। अधिकांश लोगों ने अपने सिम भले ही सस्ते टैरिफ के कारण बीएसएनएल में पोर्ट करा लिए हों परन्तु बीएसएनएल की सर्विस बहुत ही कमजोर है। कई क्षेत्रों में टावर और नेटवर्क की दिक्कतें आना आम बात हो गई है। ग्राहक कनेक्टिविटी, कॉल ड्रॉप और धीमे इंटरनेट से परेशान हैं।
जिलाधिकारी महोदय के द्वारा बैठकों में कई बार सख्त निर्देशों के बावजूद शिकायतें बढ़ रही हैं। टावरों की कमजोर स्थिति और नेटवर्क कनेक्टिविटी की समस्याएं दूर नहीं हो पाई हैं। विकास खंड देवप्रयाग मुख्यालय के निकट के कई गांवों में स्थिति बेहद खराब है और जिला प्रशासन से टावरों को अपग्रेड करने की मांग की जा रही है।
हालांकि बीएसएनएल के अलावा, जियो और एयरटेल के ग्राहक भी कम हुए हैं। जियो ने 6 लाख से ज्यादा नए ग्राहक जोड़े, जबकि एयरटेल केवल 98 हजार नए ग्राहक जोड़ सका। इन कंपनियों के साथ बीएसएनएल को भी ग्राहकों की कमी और प्रतिस्पर्धा से जूझना पड़ रहा है, जिससे डिजिटल सेवाओं की स्थिति और भी चुनौतीपूर्ण हो गई है।
टिहरी जिले में बीएसएनएल के ग्राहक इन समस्याओं के कारण परेशान हैं। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में जहां नेटवर्क का संकट ज्यादा है, वहां लोग मोबाइल कॉल्स और इंटरनेट पर निर्भर नहीं रह पा रहे हैं। इस बारे में स्थानीय उपभोक्ताओं ने अधिकारियों से शीघ्र समाधान की उम्मीद जताई है, ताकि उन्हें भरोसेमंद और तेज नेटवर्क सेवा मिल सके।