तीन मानवीय क्षतियों के लिए जिम्मेदार चिन्हित गुलदार ढ़ेर
टिहरी गढ़वाल, 27 नवंबर 2024 । टिहरी वन प्रभाग के भिलंगना रेंज में पिछले चार महीनों से आतंक का कारण बने और तीन मानवीय क्षतियों के लिए जिम्मेदार चिन्हित गुलदार को 26 नवंबर की रात स्थानीय जनप्रतिनिधियों, जनता और वन विभाग की टीम के संयुक्त प्रयासों से नष्ट कर दिया गया।
प्रभागीय वनाधिकारी, टिहरी वन प्रभाग ने बताया कि इस गुलदार को पिंजरा लगाकर पकड़ने या ट्रैंकुलाइज कर रेस्क्यू करने के प्रयास लंबे समय से जारी थे। प्रमुख वन संरक्षक (वन्यजीव), उत्तराखंड द्वारा इसके लिए आवश्यक अनुमति प्रदान की गई थी। गुलदार को पकड़ने के लिए कैमरा ट्रैप, पदचिह्न ट्रेसिंग, और अन्य तकनीकों का इस्तेमाल किया गया।
रेस्क्यू अभियान के दौरान जुलाई से सितंबर तक क्षेत्र में भारी बारिश और आपदा जैसी स्थितियों के कारण टीम को झाड़ियों और सघन फसलों के चलते काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। इसके अलावा, गुलदार की गतिविधियों का सटीक पता लगाना भी चुनौतीपूर्ण था।
गुलदार को पकड़ने के साथ-साथ क्षेत्र में जन-जागरूकता अभियान भी चलाया गया ताकि स्थानीय निवासियों को सुरक्षित रखा जा सके। मौसम साफ होने के बाद रेस्क्यू अभियान ने तेजी पकड़ी, और 26 नवंबर की रात करीब 10 बजे ग्राम भौंडगांव के पास इस गुलदार को अंततः नष्ट कर दिया गया।
वन विभाग ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों के सहयोग को सराहा और कहा कि उनकी मदद के बिना यह अभियान संभव नहीं हो पाता। इस सफलता से क्षेत्र के निवासियों ने राहत की सांस ली है, लेकिन वन विभाग ने लोगों से सतर्क रहने और भविष्य में किसी भी वन्यजीव संबंधी घटना की तुरंत सूचना देने की अपील की है।