शराब मुक्त शादियों से समाज में सकारात्मक बदलाव की नई पहल
टिहरी गढ़वाल। नई टिहरी में सामाजिक परिवर्तन की दिशा में एक नई मिसाल देखने को मिली है। राडस संस्था के अध्यक्ष और समाजसेवी सुशील बहुगुणा द्वारा शुरू की गई मुहिम “शराब नहीं संस्कार” के तहत कई परिवारों ने अपनी शादियों को पूर्ण रूप से शराब मुक्त बनाकर उदाहरण पेश किया है।
चंबा ब्लॉक के चोपड़ियाली गांव के दूल्हा अभिषेक और दुल्हन शिप्रा, जखणीधार ब्लॉक के मल्लाकोट गांव की मोनिका चमोली और कुड़ियाल गांव के दूल्हा उदय सिंह बिष्ट ने अपनी शादियों को पूरी तरह से शराब मुक्त रखा। स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस कदम ने न केवल सामाजिक बदलाव का संदेश दिया है, बल्कि नई पीढ़ी को भी प्रेरित किया है। इन परिवारों ने साबित किया है कि शादियां सामाजिक समरसता और संस्कारों का प्रतीक हैं और इन्हें नशे से दूर रखकर एक बेहतर उदाहरण स्थापित किया जा सकता है।
इन शादियों में यह संदेश दिया गया कि असली खुशी परिवार, दोस्तों और समाज के साथ मिलकर मनाने में है, न कि नशे जैसी आदतों में। टिहरी जिले के विभिन्न क्षेत्रों में शराब मुक्त शादियों की यह पहल पूरे राज्य के लिए प्रेरणा बन सकती है। यह कदम न केवल नशा मुक्त समाज की ओर एक प्रयास है, बल्कि यह दिखाता है कि जागरूकता और सामूहिक प्रयासों से सकारात्मक बदलाव संभव है।
संस्था की ओर से कॉकटेल मुक्त शादियां आयोजित करने वाले परिवारों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर संस्था के सचिव कुंभी वाला भट्ट, लक्ष्मी बहुगुणा, रवीश चमोली, बालकृष्ण भट्ट, अजय रावत और देवी सिंह पंवार समेत कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। समाज के अन्य हिस्सों में भी यह पहल प्रेरणा का स्रोत बन रही है।