टीएचडीसीआईएल ने 1320 मेगावाट खुर्जा एसटीपीपी यूनिट #1 के सफल पूर्ण-लोड संचालन के साथ ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की
ऋषिकेश/यूपी। टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड (टीएचडीसीआईएल) ने आज 1320 मेगावाट खुर्जा सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट (केएसटीपीपी) की यूनिट #1 के सफल पूर्ण-लोड संचालन के साथ एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की।
टीएचडीसीआईएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, श्री आर.के. विश्नोई ने जानकारी देते हुए बताया कि यूनिट #1 का पूर्ण भार, जो 660 मेगावाट है, दिनांक 4 दिसंबर 2024 को पूर्वाह्न 5:15 बजे सफलतापूर्वक प्राप्त किया गया। इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के दौरान सभी छह कोयला मिलों को चालू कर दिया गया, और यूनिट ने 664 मेगावाट का अधिकतम भार मुख्यधारा के 262.4 किग्रा/सेमी² दबाव और 603 डिग्री सेल्सियस तापमान पर प्राप्त किया। इस सफलता के दौरान सभी तकनीकी पैरामीटर स्थिर पाए गए।
इस उपलब्धि पर श्री विश्नोई ने खुर्जा एसटीपीपी की पूरी टीम को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट के सभी इलेक्ट्रोस्टैटिक प्रीसिपिटेटर (ईएसपी) क्षेत्र सफलतापूर्वक चार्ज कर दिए गए हैं, और राख निकासी प्रक्रिया काफी संतोषजनक है। उन्होंने यह भी बताया कि यूनिट को जल्द ही फ्ल्यू गैस डीसल्फराइजेशन (एफजीडी) सिस्टम से जोड़ा जाएगा, और इसके बाद 7 दिसंबर 2024 से वाणिज्यिक संचालन प्रक्रिया आरंभ हो जाएगी। इस उपलब्धि के साथ, टीएचडीसीआईएल ने थर्मल सिस्टम के सफलतापूर्वक स्थापित और संचालन योग्य होने का प्रमाण दिया है।
निदेशक (तकनीकी), श्री भूपेंद्र गुप्ता ने इस अवसर पर कहा कि केएसटीपीपी का बेस लोड बिजली उत्पादन देश की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने में अहम भूमिका निभाएगा। विशेष रूप से चरम मांग की अवधि और नवीकरणीय ऊर्जा संसाधनों की उपलब्धता में परिवर्तनशीलता के दौरान यह निरंतर और विश्वसनीय विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करेगा। श्री गुप्ता ने परियोजना के कार्यपालक निदेशक श्री कुमार शरद और पूरी कमीशनिंग टीम को उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण के लिए धन्यवाद दिया।
निदेशक (कार्मिक), श्री शैलेन्द्र सिंह ने कहा कि यह उपलब्धि टीएचडीसीआईएल की ऊर्जा उत्पादन क्षमता में एक महत्वपूर्ण बढ़ोतरी को दर्शाती है। उन्होंने खुर्जा टीम को बधाई देते हुए कहा कि यह प्रोजेक्ट ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम है।
निदेशक (वित्त), श्री सिपन कुमार गर्ग ने भी खुर्जा टीम की सराहना की और कहा कि थर्मल पावर में किया गया यह निवेश ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करने के उद्देश्य से किया गया है। उन्होंने कहा कि टीएचडीसीआईएल की इस पहल से बढ़ती ऊर्जा मांगों को पूरा करने में मदद मिलेगी और इसका प्रभाव एक मजबूत और टिकाऊ ऊर्जा पोर्टफोलियो के निर्माण में दिखाई देगा।
टीएचडीसीआईएल ने कुछ वर्षों पहले थर्मल पावर सेक्टर में अपनी रणनीतिक प्रविष्टि की घोषणा की थी, जो कंपनी की मौजूदा नवीकरणीय संपत्तियों को पूरक करता है। इसके साथ ही, कंपनी एक संतुलित और टिकाऊ ऊर्जा पोर्टफोलियो बनाने के लिए उन्नत तकनीकों को शामिल कर रही है। इस पहल के तहत, पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रभाव को कम करने और ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को नियंत्रित करने के लिए स्वच्छ ईंधन विकल्पों की खोज की जा रही है।
इस अवसर पर कार्यपालक निदेशक (परियोजना), श्री कुमार शरद, महाप्रबंधक (ओ एंड एम) श्री बी.के. साहू, उप महाप्रबंधक (एचआर एंड ए) श्री ए.के. विश्वकर्मा, और एनटीपीसी कंसल्टेंसी टीम के नेतृत्व में श्री हरविंदर सिंह सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। इसके अतिरिक्त, बीएचईएल, एलएमबी और एसटीईएजी जैसी कंपनियों के अधिकारी भी इस महत्वपूर्ण अवसर पर मौजूद थे।
यह उपलब्धि न केवल टीएचडीसीआईएल की ऊर्जा पोर्टफोलियो को मजबूती प्रदान करती है, बल्कि भारत को विद्युत उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास में एक मील का पत्थर साबित होती है।