युवाओं को नशे से बचाने के लिए शिक्षा विभाग और डायट ने तैयार किया खास पाठ्यक्रम

पौड़ी गढ़वाल 27 मार्च 2025। युवा पीढ़ी को नशे की लत से दूर रखने और समाज में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से शिक्षा विभाग और डायट (जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान) चढ़ीगांव ने मिलकर एक विशेष पाठ्यक्रम तैयार किया है। इस पाठ्यक्रम का ड्राफ्ट गुरुवार को जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान के समक्ष प्रस्तुत किया गया। जिलाधिकारी ने पाठ्यक्रम की समीक्षा की और इसे और प्रभावी बनाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए, ताकि इसे जल्द से जल्द स्कूलों के पाठ्यक्रम में शामिल किया जा सके।जिलाधिकारी डॉ. चौहान ने इस पहल को युवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताते हुए कहा, “यह पाठ्यक्रम छात्रों को नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करेगा और उन्हें नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित करेगा। इसका लक्ष्य न केवल छात्रों को बचाना है, बल्कि समाज में नशा मुक्त वातावरण तैयार करना भी है।” उन्होंने अधिकारियों से पाठ्यक्रम को और बेहतर करने पर जोर दिया।डायट के अध्यापक हरि शंकर डिमरी ने बताया कि इस पाठ्यक्रम में कुल 11 अध्याय शामिल किए गए हैं। इनमें नशे के प्रभाव, अफीम और खसखस से जुड़ी जानकारी, नशे की लत के परिणाम, इससे संबंधित कानून, तंबाकू के स्वास्थ्य पर प्रभाव और शिक्षा के माध्यम से जागरूकता जैसे विषयों को शामिल किया गया है। उन्होंने कहा, “यह पाठ्यक्रम जल्द ही पुस्तक के रूप में प्रकाशित होगा और स्कूलों में पढ़ाया जाएगा।”यह कदम नशे के बढ़ते खतरे को देखते हुए उठाया गया है, ताकि नई पीढ़ी को इसके खतरों से बचाया जा सके और समाज में सकारात्मक बदलाव लाया जा सके। जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग इस दिशा में मिलकर कार्य कर रहे हैं।