टिहरी पुलिस की बड़ी कार्रवाई: 18 लाख की साइबर ठगी करने वाला झारखंड से गिरफ्तार, 35 लाख का माल बरामद

टिहरी पुलिस की बड़ी कार्रवाई: 18 लाख की साइबर ठगी करने वाला झारखंड से गिरफ्तार, 35 लाख का माल बरामद
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टिहरी गढ़वाल 9 अप्रैल 2025 । टिहरी पुलिस ने साइबर ठगी के एक बड़े मामले का खुलासा करते हुए 18 लाख रुपये की ठगी करने वाले आरोपी को झारखंड के धनबाद से गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई में पुलिस ने 35 लाख रुपये से अधिक का माल बरामद किया है।

बाइट: अपर पुलिस अधीक्षक

16 अगस्त 2024 को बंगलो की कंडी कैंपटी निवासी पवित्र देवी ने 18 लाख रुपये से अधिक की ऑनलाइन धोखाधड़ी की शिकायत थाना कैंपटी में दर्ज कराई थी। जांच में सामने आया कि 4 जून 2024 को मनीष चौधरी नामक व्यक्ति ने खुद को कनाडा का निवासी बताते हुए पीड़िता से संपर्क किया और धीरे-धीरे उससे दोस्ती कर ली। उसने गिफ्ट और सोने की ज्वेलरी भेजने का लालच दिया। 25 जून को एक साइबर ठग ने खुद को मुंबई एयरपोर्ट का कस्टम अधिकारी बताकर 38 लाख रुपये के पार्सल पर कस्टम शुल्क लगाने की बात कही। इस बहाने अलग-अलग खातों में पैसे जमा कराए गए, जिससे वादिनी से 18 लाख रुपये की ठगी कर ली गई।

मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक टिहरी गढ़वाल ने जांच के निर्देश दिए और 16 सितंबर 2024 को साइबर सेल प्रभारी निरीक्षक नदीम अतहर को जांच सौंपी गई। जांच में सामने आया कि ठगों ने राशि को सात अलग-अलग बैंक खातों और छह यूपीआई के माध्यम से ट्रांसफर किया था। इनमें से एक खाता भोपाल, मध्य प्रदेश में और दूसरा लखीसराय, बिहार में था। भोपाल स्थित खाता मुस्कान साहू के नाम पर था, जिसमें से धनराशि चार अन्य खातों में भेज दी गई थी। खाताधारकों की जांच में एक आरोपी दिलीप यादव जतारा जेल में निरुद्ध पाया गया। तीसरे खाताधारक सत्त्यम भानावत को नोटिस जारी किया जा चुका है, जबकि चौथे आरोपी धर्मेंद्र यादव की तलाश जारी है। एक खाताधारक ने आत्महत्या कर ली है।

बिहार के खातों की जांच में सामने आया कि ठगी की राशि को विभिन्न खातों में स्थानांतरित कर धनबाद में भेजा गया था। पुलिस टीम ने स्थानीय मुखबिरों की मदद से 6 अप्रैल 2024 को आरोपी पप्पू कुमार साव को गिरफ्तार किया, जिसे धनबाद के सीजेएम न्यायालय से ट्रांजिट रिमांड पर टिहरी लाया गया है।

जांच में पता चला कि आरोपी अंतरराष्ट्रीय साइबर ठगी गैंग से जुड़ा है, जिसका मुख्य संचालक पाकिस्तान से निर्देश देता है। आरोपी झारखंड, बंगाल, बिहार के युवकों को ठगी के गिरोह में शामिल करता है और उनसे बैंक खाते खुलवाकर उनकी जानकारी लेता है। इन खातों में ठगी की राशि जमा करवाई जाती है, जिसे बाद में विभिन्न माध्यमों से निकालकर विदेशी हैंडलर्स को भेज दिया जाता है। आरोपी को कुल राशि का 3% कमीशन मिलता था, जबकि अकाउंट उपलब्ध कराने वालों को 6% दिया जाता था।

गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने आरोपी के पास से 9 एटीएम कार्ड, 2 आधार कार्ड, 1 पैन कार्ड, 4 चेकबुक, 2 पीली धातु के कड़े, 2 चेन, 6 सिक्के, 4 मोबाइल फोन, 1,30,000 रुपये नकद, एक काला बैग, एक लाल हैंडबैग और एक काली किया सेल्टस कार बरामद की है। कुल जब्त सामान की कीमत लगभग 35 लाख रुपये आंकी गई है।

इस कार्रवाई को साइबर सेल प्रभारी निरीक्षक नदीम अतहर, उपनिरीक्षक ओमकांत भूषण, हेड कांस्टेबल विकास सैनी और कांस्टेबल अजय वीर सैनी ने अंजाम दिया।


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Govind Pundir

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