टिहरी झील में स्थायी पर्यटन को बढ़ावा देने पर चर्चा, जिलाधिकारी ने कहा– स्थानीय रोज़गार सृजन पर होगा फोकस

टिहरी गढ़वाल । टिहरी झील क्षेत्र में स्थायी और समावेशी पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मंगलवार को जिलाधिकारी नितिका खंडेलवाल की अध्यक्षता में एडीबी (एशियन डेवलपमेंट बैंक) प्रतिनिधि दल के साथ विस्तृत बैठक आयोजित की गई।
बैठक में टिहरी झील पर्यटन विकास परियोजना के अंतर्गत प्रस्तावित और निर्माणाधीन उप-परियोजनाओं पर विस्तार से चर्चा की गई।
जिलाधिकारी ने कहा कि नई टिहरी में बेहतर बुनियादी ढांचा विकसित करना प्राथमिकता है, ताकि यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़े और पर्यटन के साथ स्थानीय लोगों के लिए रोजगार और आजीविका के नए अवसर पैदा हों। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को परियोजनाओं को तय समय में गुणवत्तापूर्वक पूरा करने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर एडीबी के प्रमुख पर्यावरण विशेषज्ञ एवं टीम लीडर मार्क बेज़ुइजेन, परियोजना अधिकारी एवं सह टीम लीडर कृष्ण रौतेला, शहरी विकास विशेषज्ञ संघों कृष मून, उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं परियोजना निदेशक अभिषेक रूहेला, डीटीडीओ एस.एस. राणा, परियोजना प्रबंधक आशीष कठैत, सिविल इंजीनियर कपिल कुमार, टीएचडीसी के महाप्रबंधक विजय सहगल, डीजीएम गणेश भट्ट, जल संस्थान के ईई प्रशांत भारद्वाज तथा लोनिवि के ईई जगदीश खाती और योगेश कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
परियोजना प्रबंधक आशीष कठैत ने जानकारी दी कि एडीबी द्वारा वित्त पोषित ‘टिहरी झील में टिकाऊ, समावेशी और जलवायु लचीला पर्यटन विकास परियोजना’ के तहत विशेषज्ञों का एक दल 14 से 18 नवम्बर तक जनपद के विभिन्न स्थलों का निरीक्षण कर चुका है। निरीक्षण में नई टिहरी के आईएसबीटी और सिटी सेंटर अपग्रेडेशन, कोटी से डोबरा टूरिज्म रोड, वाटर ट्रांसपोर्ट सुविधा, गौरान में बायोडायवर्सिटी पार्क और पंचकर्म सेंटर जैसे कार्यों की समीक्षा शामिल रही।



