एमएलटी छात्रों ने एम्स ऋषिकेश के बायोकैमिस्ट्री विभाग में बढ़ाया ‘सीख का दायरा

ऋषिकेश, 18 दिसंबर 2025: पंडित ललित मोहन शर्मा परिसर के एमएलटी विभाग के प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राओं को शैक्षिक भ्रमण पर एम्स ऋषिकेश के जैव रसायन विज्ञान विभाग ले जाया गया। यहां उन्हें नैदानिक रसायन विज्ञान, गैस्ट्रो बायोकेमिस्ट्री, एंडोक्रिनोलॉजी, न्यूरो बायोकेमिस्ट्री, ऑन्को बायोकेमिस्ट्री एवं अनुसंधान प्रयोगशालाओं की विभिन्न तकनीकों से परिचित कराया गया।
विभागाध्यक्ष प्रो. अनीसा आतिफ मिर्जा ने सेमी-ऑटोमेटिक एनालाइजर दिखाते हुए बताया कि यह उपकरण रक्त-मूत्र जैसे नमूनों में रसायनों का विश्लेषण करता है। छोटी लैबों के लिए सस्ता और उपयोगी, यह रोग निदान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अपर आचार्य डॉ. बेला गोयल ने विभिन्न रंगों वाली नमूना शीशियों (लाल, नीला, हरा, पीला, लैवेंडर) के बारे में समझाया, जो ईडीटीए, हेपरिन जैसे रसायनों से रक्त संरक्षण करती हैं।
निदेशक प्रो. एमएस रावत ने छात्रों को शुभकामनाएं दीं, जबकि विभाग समन्वयक प्रो. गुलशन कुमार ढींगरा ने बताया कि हर वर्ष हमारे विभाग द्वारा छात्र छात्राओं को एम्स ऋषिकेश में शैक्षिक भ्रमण के लिए ले जाया जाता है। जिससे उनके अंदर चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में रुचि बढ़े। संपूर्ण शैक्षणिक भ्रमण एम०एल०टी० विभाग के प्रवक्ता अर्जुन पालीवाल व लैब तकनीशियन निशांत भाटला की देख रेख में सम्पन्न हुआ।



