” पश्चाताप मतलब पछतौ “
हरिद्वार, 20 मई 2021।गनिस। उत्तराखण्ड का बहुचर्चित कलाकार, रंगकर्मी, गायक रामरतन काला जी की निधन की खबर सूणी क् भौत दुःख ह्वै। राम रतन काला जीन् नेगी जी का भौत गीतों,
” तेरो मछोई, सूदी नी बौनु, जननी को मरयुं छौ, हल्दी हाथ, तीतरी फसे चखुली फसे, समदोला का द्वी दिन, सरू तू मेरी, एवं अन्य भौत सुपरहिट गीतों मा एवं विभिन्न मंचों मा अपडू बेहतरीन अभिनय से गढ़वली फिल्म, एल्बम, एवं संगीत जगत मा अमूल्य योगदान दीनि। ऊंका दगड़ी म्यरा बड़ा ही घनिष्ठ संबंध रैनी । प्यार से वू मैकुतैं ” जोगीदा ” बोल्दा छया ।
रामरतन काला जी थैं भावभीनी श्रद्धांजलि
भगवान नृसिंह और बद्रीनाथ जी ऊंका परिवार थैं ये दुःख सैणे शक्ति द्यो।
ॐ शांतिः।
-नृसिंह पीठाधीश्वर अनंत श्री विभूषित स्वामी रसिक महाराज ज्योतिर्मठ बद्रिकाश्रम हिमालय