एनसीसी मामले में विधायक कंडारी के खिलाफ नारेबाजी
नैखरी – टिहरी * गढ़ निनाद ब्यूरो, 15 नवम्बर 2019
राजकीय महाविद्यालय नैखरी में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे क्षेत्रीय विधायक विनोद कण्डारी को एनसीसी बचाओ संघर्ष समिति के कार्यकर्ताओं का भारी विरोध झेलना पड़ा। विधायक भारी पुलिस बल की मौजूदगी में ज्यों ही कार्यक्रम स्थल नैखरी पहुंचे तो संघर्ष समिति के कार्यकर्ताओं ने विनोद कण्डारी मुर्दाबाद! हमारी एनसीसी वापस दो- वापस दो के नारे लगाने शुरू कर दिये। वहां मौजूद पुलिस कर्मियों से धक्का मुक्की भी हुई। इस पर नाराज कार्यकर्ताओं ने पुलिस के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की। सूत्रों का कहना है कि विधायक के इस कार्यक्रम को लेकर जगह-जगह पुलिस बल तैनात किया गया था। इस घटना का वीडियो गढ़ निनाद के हाथों लगा है जिसे आप YouTube पर देख सकते हैं।
इस दौरान आंदोलनकारियों ने कॉलेज रोड पर जाम लगा कर विधायक को बिना वार्ता किए जाने से रोका दिया। बीच बचाव में भारी पुलिस बल का प्रयोग कर आंदोलनकारियों को रास्ते से हटाया गया। तब जाकर विधायक अपने वाहन से आगे निकल पाए। विधायक विनोद कंडारी को आंदोलन के संरक्षक जयपाल पंवार और के के कोठियाल ने चेतावनी दी कि शीघ्र ही आक्रोशित आंदोलनकारियों से मुलाकात कर इस मुद्दे का हल ना निकाला गया तो परिणाम गंभीर होंगे।
अन्य खबर: “राजकीय महाविद्यालय चन्द्रबदनी में एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन”
भी पढ़ें
https://www.youtube.com/watch?v=-IxtdB7PmuU
आखिर क्यों हो रहा विधायक का विरोध
दरअसल मामला विकास खण्ड देवप्रयाग के मालड़ा में स्वीकृत एन सी सी अकादमी को पौडी ले जाने का है। सूबे के मुख्यमंत्री की इस घोषणा के बाद से क्षेत्र में उत्तराखंड सरकार एवं क्षेत्रीय विधायक के खिलाफ लोगों में भारी नाराज़गी है। लगभग चार पांच महीने से आंदोलन चल रहा है। विधायक द्वारा इस मामले में चुप्पी साधना लोगों के गुस्से को और बढ़ा रही है।
हाई कोर्ट ने भी चार सप्ताह में जवाब दाखिल करने के दिये थे निर्देश
गौरतलब है कि एनसीसी प्रशिक्षण संस्थान टिहरी गढ़वाल का यह मामला हाई कोर्ट पहुंच गया है। न्यायालय ने इस मामले में सुनवाई करते हुए राज्य व केंद्र सरकार को चार सप्ताह में जवाब दाखिल करने के निर्देश दिए हैं। याचिका में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को भी पक्षकार बनाया गया है।
गबर सिंह बंगारी ने दायर की थी जनहित याचिका
एनसीसी मामले को लेकर हिंडोलाखाल निवासी गबर सिंह बंगारी ने जनहित याचिका दायर की थी और कहा कि पूर्ववर्ती हरीश रावत सरकार के कार्यकाल में तत्कालीन शिक्षा मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी के प्रयास से देवप्रयाग के मालड़ा में एनसीसी प्रशिक्षण संस्थान का शिलान्यास किया गया था। इसके लिए भूमि को ग्रामीणों द्वारा दान में दिया गया। जिसकी डीपीआर भी बन चुकी थी मगर विभागीय अधिकारियों की लापरवाही की वजह से भूमि हस्तांतरित नहीं हो सकी।
याचिका में सीएम को बनाया पक्षकार
वर्तमान सरकार द्वारा संस्थान को वहां से हटाकर पौड़ी गढ़वाल में बकायदा शिलान्यास भी कर दिया गया है। याचिकाकर्ता के अनुसार पौड़ी मुख्यमंत्री का गृह जनपद है, इसलिए उनके द्वारा पौड़ी में शिलान्यास किया गया। याचिका में सीएम को पक्षकार बनाया गया है। मामले को सुनने के बाद कोर्ट ने केंद्र व राज्य सरकार को जवाब दाखिल करने के निर्देश दिए थे।
ब्लॉक मुख्यालय पर जारी है अनशन
एनसीसी को लेकर अभी भी ब्लॉक मुख्यालय हिन्डोलाखाल में क्रमिक अनशन जारी है। यह मामला सूबे के मुखिया ही नही क्षेत्रीय विधायक के गले की फांस बन गया है। अभी हाल में सम्पन्न त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में भी देवप्रयाग और कीर्तिनगर की जनता ने अपनी खुन्नस निकाल कर भाजपा को हार का स्वाद चखाया।
आंदोलन संयोजक गणेश भट्ट ने कहा कि यदि समय रहते विधायक ने आंदोलनकारियों की ना सुनी तो आंदोलन उग्र होगा जिसके परिणाम बेहद गंभीर होंगे। घेराव करने वालों में नव निर्वाचित ब्लॉक प्रमुख सूरज पाठक, ज्येष्ठ उपप्रमुख विजयपाल पंवार, कनिष्ठ उपप्रमुख दीपक सुयाल, पूर्व ब्लॉक प्रमुख जयपाल पंवार, पूर्व ब्लॉक प्रमुख मगन सिंह बिष्ट, अरविंद सज्वाण, जिला पंचायत सदस्य देवेन्द्र भट्ट, देवप्रयाग नगर पंचायत अध्यक्ष के के कोठियाल, जसबीर रावत, गुड्डा कथैत, रिंकू बिष्ट, रघुवीर रावत, मकान सिंह चौहान, मनबर कठैत, दीवान सिंह, सहित कई जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।